'भ्रष्टाचार करने वाले अवसरों पर हो पहला प्रहार'
जागरण संवाददाता, कानपुर: सामाजिक व्यवहार के दायरे में भ्रष्टाचार का दोबारा परीक्षण जरूरी है। इसे मात
जागरण संवाददाता, कानपुर: सामाजिक व्यवहार के दायरे में भ्रष्टाचार का दोबारा परीक्षण जरूरी है। इसे मात्र व्यक्ति के पतन से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए। बतौर मुख्य वक्ता मानविकी व सामाजिक विज्ञान विभाग आइआइटी डॉ. विनीत साहू ने यह बातें कहीं। वह बुधवार को क्राइस्टचर्च कालेज में दर्शनशास्त्र विभाग द्वारा आयोजित संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
मुख्य अतिथि सीएसजेएमयू के वीसी प्रो. जेवी ंवैशम्पायन ने कहा कि अगर भ्रष्टाचार कम करना है तो पहला प्रहार भ्रष्टाचार करने वाले अवसरों पर करना होगा। सम्मानित अतिथि के रूप में कालेज की प्रबंध समिति के सचिव डॉ. परवेज ई. डीन मौजूद थे। संगोष्ठी संयोजक डॉ. दिनेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि भ्रष्टाचार के सामूहिक रूप पर पुन: विचार किया जाना चाहिए। यहां मुख्य रूप से कालेज प्राचार्या डॉ. नीता दवे जैन, डॉ. आशुतोष सक्सेना, डॉ. सैमुअल दयाल, डॉ. रीना डीन, डॉ. विभा तिवारी, डॉ. मीतकमल आदि मौजूद रहे।