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बाल साहित्यकारों की भूमिका अहम

कानपुर : राष्ट्र निर्माण में बाल साहित्यकारों की भूमिका अहम है। रविवार को यह बातें भारतीय बाल कल्याण

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Feb 2017 09:25 PM (IST)Updated: Sun, 26 Feb 2017 09:25 PM (IST)
बाल साहित्यकारों  की भूमिका अहम
बाल साहित्यकारों की भूमिका अहम

कानपुर : राष्ट्र निर्माण में बाल साहित्यकारों की भूमिका अहम है। रविवार को यह बातें भारतीय बाल कल्याण संस्थान के 58वें सम्मान समारोह कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने कहीं। जुगल देवी सरस्वती शिशु मंदिर में कार्यक्रम के दौरान राष्ट्र निर्माण में बाल साहित्यकारों की भूमिका के विषय में परिचर्चा हुई। जिसकी अध्यक्षता डॉ. लक्ष्मीकांत पांडेय ने की। इस दौरान डॉ. निर्मला सिंह, डॉ. प्रभापंत, दयाशंकर कुशवाहा आदि ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में छात्रों को सम्मानित भी किया गया। साथ ही संस्था द्वारा प्रकाशित स्मारिका का विमोचन हुआ। देश के लगभग 80 बाल साहित्यकारों ने प्रतिभाग किया। संस्था के अध्यक्ष भूधर नारायण मिश्र ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस दौरान डॉ. आरएन चौरसिया, प्रेमचंद्र गुप्त, डॉ. कमल किशोर गुप्ता, गणेश प्रसाद गुप्त, मदन चंद्र कपूर, अरुण प्रकाश अग्निहोत्री, डॉ. आरएन त्रिवेदी, रामकृष्ण तैलंग मौजूद रहे।


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