डीएम के नाम पर फर्जी आख्या पर एक्सईएन निलंबित
जागरण संवाददाता, कानपुर : नगर निगम के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार का निलंबन गलत ढंग से हुआ। गुरुवार क
जागरण संवाददाता, कानपुर : नगर निगम के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार का निलंबन गलत ढंग से हुआ। गुरुवार को इसका खुलासा तब हुआ जब अधिशासी अभियंता निलंबन का आदेश लेकर डीएम के पास पहुंचे और अपनी खता पूछी। आदेश पढ़कर डीएम कौशल राज शर्मा भी भौचक्के रह गए और तुरंत उन्होंने शासन में बात की। बताया कि उन्होंने कोई आख्या नहीं भेजी साथ ही उन्होंने निलंबित अधिशासी अभियंता को बहाल करने को पत्र भी भेजा।
नगर निगम में तैनात अधिशासी अभियंता अशोक कुमार के विरुद्ध किसी ने नौ फरवरी को डीएम के नाम की फर्जी आख्या नगर विकास विभाग के सचिव एसपी सिंह को भेज दी। इस आख्या में लिखा था कि अधिशासी अभियंता ने विकास कार्य में बाधा उत्पन्न की और एक प्रधानाचार्य को धमकाया। इसी फर्जी पत्र के आधार पर सचिव एसपी सिंह ने उन्हें निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया। 22 फरवरी को नगर निगम में जब आदेश पहुंचा तो हड़कंप मच गया। अधिशासी अभियंता ने शुक्रवार की सुबह डीएम से मुलाकात कर सफाई पेश की। डीएम ने कहा कि उनके द्वारा कोई पत्र शासन को नहीं भेजा गया। यह किसी जालसाज का काम है। उनके द्वारा आख्या को फर्जी बताए जाने के बाद अधिशासी अभियंता के चेहरे पर भी खुशी लौटी। उनके आग्रह पर डीएम ने शासन को बहाली का पत्र भेजा। अब उस व्यक्ति की तलाश की जा रही है जिसने निलंबन के लिए फर्जी पत्र भेजा है। डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि फर्जी पत्र के संबंध में शासन स्तर पर बातचीत हो गई है। अधिशासी अभियंता को बहाल किया जाएगा।
पहले भी जारी हुआ फर्जी पत्र
पिछले दिनों डीआईओएस कार्यालय में तैनात लिपिक के विरुद्ध कार्रवाई संबंधी डीएम के नाम फर्जी पत्र जारी किया गया था। हालांकि समय रहते यह पत्र पकड़ लिया गया था।