President Of India : अब लौकी-तोरई से महकेगी रायसीना हिल्स की रसोई
रायसीला हिल्स की जो रसोई अब तक बंगाली जायके से महकती थी, अब वहां अक्सर लौकी-तोरई की खुशबू फैलेगी। खाने में वह बिल्कुल सादी दाल, लौकी, तोरई और पालक पसंद करते हैं।
कानपुर (जितेंद्र शर्मा)। अक्सर ही इंसान की निजी जरूरत के हिसाब से नए ठिकाने के इंतजाम बदले जाते हैं लेकिन, अब बड़ा बदलाव राष्ट्रपति भवन की रसोई में होने जा रहा है। रायसीला हिल्स की जो रसोई अब तक बंगाली जायके से महकती थी, अब वहां अक्सर लौकी-तोरई की खुशबू फैलेगी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की विदाई के बाद नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का बसेरा दिल्ली का रायसीना हिल्स होगा। प्रणब दा खाने के शौकीन हैं। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस मामले में बिल्कुल अलग हैं। 'दैनिक जागरण' से फोन पर बातचीत में उनके इकलौते पुत्र प्रशांत कोविंद ने पिता के खानपान संबंधी जानकारी साझा की।
प्रशांत ने बताया कि पद के हिसाब से पापा का रहन-सहन भले ही बदलता गया हो लेकिन, खानपान और व्यवहार कभी नहीं बदला है। सामान्य ग्रामीण परिवेश में जिस तरह का भोजन लोग करते हैं, वही आज भी पापा की पसंद है। उन्होंने बताया कि ऐसा कोई खास पसंदीदा भोजन तो उनके मुंह से कभी नहीं सुना। हां, कुछ चीजें हैं, जो अक्सर उन्हें खाते देखा है।
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प्रशांत कोविंद ने बताया कि पापा सुबह 5.30 बजे जाग जाते हैं। नियमित रूप से योग करते हैं। सुबह नाश्ते में अक्सर सब्जी के साथ दलिया ही लेते हैं। उसके बाद एक गिलास दूध। खाने में वह बिल्कुल सादी दाल, लौकी, तोरई और पालक पसंद करते हैं। तला-भुना खाने से पूरी तरह परहेज करते हैं।
तस्वीरों में देखें-रामनाथ कोविंद के निर्वाचन पर उत्साह की हिलोरें
प्रशांत ने बताया कि पापा शुद्ध शाकाहारी हैं। पूरा परिवार आम तौर पर शाकाहारी और सादा भोजन ही करता है। इस तरह अब नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पसंद के अनुसार राष्ट्रपति भवन की रसोई का जायका भी बदल जाएगा।