बसपा नहीं बुरी, नेता खराब: नसीमुद्दीन सिद्दीकी
सिद्दीकी ने राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा को अराजनैतिक संगठन बताया, उन्होंने कहा कि वह शांति का पैगाम लेकर आए हैं।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। बसपा से निष्कासन के बाद राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा बनाने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने रविवार को फिर बसपा सुप्रीमो मायावती के खिलाफ भड़ास निकाली। चमनगंज के अजमेरी चौराहा पर जनसभा में उन्होंने जहां एक ओर मायावती पर निशाना साधा वहीं बसपा कैडर पर डोरे डालने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बोले, पार्टी ठीक है, लेकिन नेता गलत राह पर हैं।
उन्होंने कहा कि वह 34 साल तक बसपा के साथ जुड़े रहे। मायावती की पैसों की भूख के आगे बसपा अपने मिशन से भटक गई। उनसे भी पैसा मांगा गया। वह जानते थे कि पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देगी, लेकिन इंतजार करते रहे। आरोप लगाया कि भाजपा से देश व प्रदेश के भाईचारा और गंगा-जमुनी संस्कृति को खतरा है। मोहर्रम के जुलूसों में जान बूझकर खलल डालने की कोशिशें की गई।
जीएसटी से व्यापारी के साथ-साथ आम लोग भी प्रभावित हुए हैं। सिद्दीकी ने राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा को अराजनैतिक संगठन बताया। उन्होंने कहा कि वह शांति का पैगाम लेकर आए हैं, ताकि मुसलमानों के साथ-साथ हर मजलूम तक अपनी आवाज पहुंचा जा सके।
पूरे समय वह बसपा के कैडर में ही वजूद तलाशते नजर आए। इसीलिए बसपा को बेहतर बताकर वह कैडर पर डोरे डालते दिखे। सभा में मौजूद मऊ से पूर्व सांसद सालिम अंसारी, पूर्व मंत्री डॉक्टर राघवेंद्र शंखवार व अच्छेलाल निषाद बसपा कैडर के थे।
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बसपा ने कहा कि पार्टी मजबूत: बसपा जिलाध्यक्ष संजय कुमार गौतम से जब नसीमुद्दीन सिद्दीकी द्वारा पार्टी में तोड़फोड़ के प्रयास पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी ने अधिकृत रूप से इस्तीफा नहीं दिया है। जो नेता मोर्चा में शामिल हुए हैं, उनका कोई जनाधार नहीं है।
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