अपने पहले ही टेस्ट में छा गया कानपुर का लाल कुलदीप यादव
धर्मशाला में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले दिन के मैच में लंच के बाद कुलदीप ने तीन विकेट झटक लिये। कुलदीप के प्रदर्शन से घर में जश्न का माहौल है।
कानपुर (जेएनएन)। पिता की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए कानपुर के लाल और चाइनामैन बालर कुलदीप यादव ने अपने करियर के पहले टेस्ट मैच में ही धमाल कर दिया है। धर्मशाला में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जा रहे पहले दिन के मैच में लंच के बाद कुलदीप ने तीन विकेट झटक लिये। कुलदीप के प्रदर्शन से घर में जश्न का माहौल है।
कानपुर के चंद्र नगर लालबंगला निवासी कुलदीप यादव के पिता राम सिंह यादव का ईंट भट्ठे के व्यवसायी हैं। बेटे के चयन की खबर उन्हें शनिवार सुबह ही मिली तो वह सारा काम काज किनारे रखकर टीवी से चिपककर बैठ गये। मां ऊषा यादव ने भगवान को शुक्रिया अदा करते हुए पूजा पाठ करके टीवी के सामने जगह बना ली। तीन बहन में इकलौते भाई कुलदीप यादव को टीम इंडिया के लिये खेलता देख बड़़ी बहन मधू के लिये सपने से कम नहीं लग रहा था।
कुलदीप के परिवार के साथ ही शहर का हर क्रिकेट प्रेमी सुबह से ही कुलदीप के श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए दुआएं कर रहा था। शायद भगवान ने सभी की दुआएं कबूल कर लीं और करियर के पहले टेस्ट मैच का पहला दिन ही कुलदीप के नाम कर दिया। खुशी से फूले न समां रहे पिता राम सिंह का गला बार बार भारी हो जाता। बोले आज लगा बेटे की मेहनत सफल हो गई है। महज दस साल की उम्र से ही कुलदीप ने क्रिकेट सीखना और चाइनामैन बालिंग के हुनर को निखारना शुरु कर दिया था।
कुलदीप का टीम इंडिया के टेस्ट स्क्वायड में चयन बांग्लादेश के खिलाफ बीती नौ फरवरी से शुरु हुए टेस्ट मैच के लिये हुआ था लेकिन न तो उसमें और न ही उसके बाद हुए आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैचों में ही कुलदीप को अंतिम 11 में खेलने का मौका मिल सका था।