Facebook Friend बन घर में आकर ठहरा और फिर की ये करतूत Kanpur News
इटावा में रहने वाले रिटायर्ड पोस्टमास्टर बन गए फेसबुक फ्रेंड का शिकार।
कानपुर, जेएनएन। फेसबुक पर रिक्वेस्ट सेंड करके या फिर रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करके फ्रेंड बनाना तो आसान है। लेकिन, आप इस अनजान फसेबुक फ्रेंड से जरा संभलकर रहें वरना कहीं इटावा के रिटायर्ड पोस्टमास्टर की तरह घटना का शिकार न बन जाएं। उनके साथ हुई घटना हर फेसबुक यूजर को सावधान करने वाली है। आप सोशल मीडिया पर फ्रेंड बनाएं लेकिन सतर्क जरूर रहें।
कुछ दिन पहले ही बनाया था दोस्त
इटावा के फ्रेंड्स कॉलोनी में रहने वाले राजेंद्र सक्सेना पोस्टमास्टर पद से हाल ही में रिटायर हुए हैं। कॉलोनी में स्वतंत्रता सेनानी पार्क के पास अच्छा मकान बनवाया है और परिवार के साथ रहते हैं। खाली समय में वह मोबाइल पर सोशल मीडिया पर अपना समय बिताते हैं। फेसबुक पर उनकी कुछ दिन पहले आई रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट किया तो धर्मेंद्र नाम के एक व्यक्ति से दोस्ती हो गई। चैटिंग के दौरान उन्होंने अपने बारे में काफी जानकारियां साझा की। धर्मेंद्र अक्सर उनसे खाली समय में चैट करने लगा और धीरे-धीरे दोस्ती बढ़ा ली। दोस्ती इतनी अच्छी हुई कि खूब बातचीत होने लगी। दो दिन पहले धर्मेंद्र ने उनसे कहा कि वह दिल्ली से कानपुर जा रहा है और इस बीच वह उनसे मिलना चाहता है। वह शुक्रवार की रात्रि को इटावा उनसे मिलने आ सकता है तो उन्होंने खुशी खुशी उसे घर आने की सहमति दी।
घर पहुंचा शातिर फेसबुक फ्रेंड
तय समय पर फेसबुक फ्रेंड धर्मेंद्र रात में राजेंद्र सक्सेना के घर पहुंचा तो उन्होंने भी उसका स्वागत किया। रात होने के कारण उसे अपने घर में रुकने को कहा। रात्रि में उनके साथ सोते समय काफी देर तक बातें करता रहा। इधर-उधर की बातें करते हुए अच्छा लगने और कुछ और ठहरने की इच्छा जताई। उन्होंने बिना कुछ सोचे समझे हां कर दी। वह दिन में साथ रहा और दो बार भोजन भी किया। बीते शनिवार की रात राजेंद्र के बगल में बेड पर वह लेटा था।
इस तरह दिया घटना को अंजाम
कई दिन तक चैटिंग करके राजेंद्र को पूरी तरह अपने जाल में फंसा चुके फेसबुक फ्रेंड अब अपनी अंतिम योजना को अंजाम देने में जुट गया। रात बीतते ही उसने राजेंद्र को कोई नशीला पदार्थ चुपचाप सुंघा दिया। उनके बेसुध होते ही वह घर में रखे पचास हजार रुपये, मोबाइल व बैग में कपड़े भरकर चंपत हो गया। सुबह होश में आने पर राजेंद्र सक्सेना के सामने सचाई आ चुकी थी। उन्होंने पड़ोस में रहने वाले संजय सक्सेना को घटना की जानकारी दी तो पुलिस को फोन किया गया। पुलिस ने तहरीर मिलने पर कार्रवाई की बात कही है।