मासूमों की जिंदगी संवारेगा बाल मित्र थाना
जागरण संवाददाता, कानपुर : बचपन में किसी वजह से अपराध करने वाले बच्चों को सुधारने के लिए जिले में बाल
जागरण संवाददाता, कानपुर : बचपन में किसी वजह से अपराध करने वाले बच्चों को सुधारने के लिए जिले में बाल मित्र थाना खोलने की कवायद शुरू हो गई है। इस थाने की खास बात यह होगी कि पुलिसकर्मी खाकी वर्दी में नहीं रहेंगे। वह अभिभावकों की तरह बच्चों की बात सुनकर उसका समाधान कराएंगे। यही नहीं बच्चों के खाने पीने के साथ उनके खेलने की भी सुविधाएं होंगी ताकि उन्हें घर जैसा माहौल मिल सके। कोई बच्चा किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त पाया जाता है तो उसकी काउंसिलिंग भी की जाएगी। अफसरों ने बाल मित्र थाने के लिए प्रस्ताव बनाना शुरू कर दिया है।
देश के कुछ अन्य शहरों की तरह ही नगर में भी बाल मित्र थाना खोलने की तैयारी है। किशोर न्याय अधिनियम के अंतर्गत शुरू होने वाले इस थाने के लिए जमीन की तलाश की जा रही है। इस थाने में पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में रहकर बाल अपराधियों को सुधारने के साथ ही उनका भविष्य संवारेंगे। इसके अलावा बाल कल्याण अधिकारी भी थाने में निरीक्षण कर दिशा निर्देश देंगे। डीआइजी सोनिया सिंह ने बताया कि बच्चों से जुड़े अपराधों के मामले इस थाने के हवाले किए जाएंगे। थाने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जमीन मिलते ही इसे शासन को भेज दिया जाएगा।
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बाल मित्र थाने में यह होगा
-बच्चे की काउंसिलिंग कराने की व्यवस्था
-पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में रहेंगे।
-बच्चे के साथ पारिवारिक व्यवहार होगा
-बच्चे के खाने पीने व खेलने की व्यवस्था
-ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायी बातों की जानकारी देना
-बच्चों के हितों के प्रति लोगों को जागरूक करना
-बच्चों को समाज में सुरक्षा दिलाना
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श्यामनगर चौकी भी बनेगी थाना
बाल मित्र थाने के साथ ही अफसरों ने चकेरी की श्यामनगर चौकी को भी थाना बनाने का प्रस्ताव तैयार करना शुरू कर दिया है। श्यामनगर क्षेत्र की आबादी में इजाफा होने के बाद इसकी जरूरत महसूस की जा रही थी। एसपी पूर्वी अनुराग आर्य ने बताया कि दोनों प्रस्ताव जल्द तैयार होंगे।