केंद्रीय कार्यशाला में तैयार बसों की होगी जांच
जागरण संवाददाता, कानपुर : उत्तर प्रदेश शासन ने केंद्रीय कार्यशाला रावतपुर और डा. राम मनोहर लोहिया का
जागरण संवाददाता, कानपुर : उत्तर प्रदेश शासन ने केंद्रीय कार्यशाला रावतपुर और डा. राम मनोहर लोहिया कार्यशाला विकास नगर में पिछली सरकार के दौरान निर्मित बसों की जांच के निर्देश दिए हैं। पिछले पांच वर्षो में दोनों कार्यशाला में 2000 से अधिक बसें तैयार की गई हैं।
दरअसल, केंद्रीय कार्यशाला में निर्मित बसों में लगाए गए कलपुर्जे, एंगल, लोहे की चादर व अन्य की कीमत एवं उनकी गुणवत्ता को लेकर यूपी रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष पं. रामजी त्रिपाठी एवं सेंट्रल रीजनल वर्कशॉप उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष त्रिलोकी व्यास ने सवाल उठाए थे। शासन ने इन सभी शिकायतों की जांच कराने का निर्णय लिया है। फिलहाल दोनों कार्यशाला के लिए स्वीकृत यूरो-4 की 500 बसों की चेसिस एवं कलपुर्जो की आपूर्ति पर रोक लगा दी गई है।
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सपा सरकार में बस निर्माण
ø लोहिया ग्रामीण 1500
ø सिटी बसें 150
ø साधारण व अन्य बसें 350
ø कुल बसों का निर्माण 2000
ø प्रति बस लागत करीब 12 लाख --------------
दोनों कार्यशाला को मिलने वाली 500 बसों की चेसिस की आपूर्ति रोक दी गई है। कलपुर्जो की आपूर्ति भी नहीं हो रही है, जल्द ही नए टेंडर डाले जाएंगे।
- रमेश कुमार, सेवा प्रबंधक, क्षेत्रीय कार्यशाला