कर्मचारियों की हड़ताल, स्टेशन की सफाई पर असर
जागरण संवाददाता, कानपुर : सेंट्रल स्टेशन और वाशिंग लाइन में सफाई कार्य में लगे निजी कंपनी के कर्मचार
जागरण संवाददाता, कानपुर : सेंट्रल स्टेशन और वाशिंग लाइन में सफाई कार्य में लगे निजी कंपनी के कर्मचारियों ने काम ठप कर दिया। कम वेतन दिए जाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। काम ठप होने का असर स्टेशन की सफाई व्यवस्था पर पड़ा।
कोलकाता की एक कंपनी ने डेढ़ साल पहले स्टेशन की सफाई व्यवस्था का ठेका लिया था। ठेकेदार के जरिये लगभग तीन सौ कर्मचारी स्टेशन और वाशिंग लाइन की सफाई में लगे हैं। यही लोग ट्रेनों की धुलाई भी करते हैं, जिससे ट्रेनों की सफाई का काम भी बाधित हो गया। स्टेशन के कर्मचारियों का आरोप है कि उन लोगों को महज 6 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। ठेकेदार ब्लैंक विड्राल पर हस्ताक्षर करा लेते हैं। उन लोगों का बैंक में खाता खोला गया था, लेकिन आज तक पासबुक नहीं दी गई है।
ठेकेदार ने बंद कराया काम
कुछ कर्मचारियों का कहना था ठेकेदार ने खुद काम बंद कराया है, वह लोग काम करना चाहते हैं। ठेकेदार कमरे में ताला लगाकर चले गए और काम कराने से मना कर दिया। पेटी ठेकेदार विकास पांडेय ने बताया कि जल्द ही बात करके कर्मचारियों का वेतन बढ़ाया जाएगा। ब्लैंक विड्राल पर हस्ताक्षर का आरोप गलत है।
सफाई में लगाए गए रेलकर्मी
निजी कंपनी के कर्मचारियों की हड़ताल के बाद प्लेटफार्मो की सफाई के लिए रेलकर्मियों को लगाया गया। हालांकि रेल पटरियों पर गंदगी का अंबार लग गया।
निजी सफाई कर्मियों की हड़ताल का सफाई कार्य पर कोई असर नहीं पड़ा है। 128 कर्मचारियों को सफाई कार्य में लगाया गया है।
आरपीएन त्रिवेदी, स्टेशन अधीक्षक, सेंट्रल स्टेशन