विजिलेंस जांच में आरोप तय, वीसी को हटाए जाने की चर्चा
जागरण संवाददाता, लखनऊ: सीएसजेएमयू कुलपति के खिलाफ टेंप¨रग मामले में विजिलेंस जांच के दौरान आरोप तय ह
जागरण संवाददाता, लखनऊ: सीएसजेएमयू कुलपति के खिलाफ टेंप¨रग मामले में विजिलेंस जांच के दौरान आरोप तय होने के बाद उन्हें वीसी के पद से हटाए जाने की चर्चा ने मंगलवार को जोर पकड़ लिया। विश्वविद्यालय के कई विभागों में इस मामले को लेकर लोग बात करते रहे। दरअसल लखनऊ विश्वविद्यालय में हुई कार्यपरिषद की महत्वपूर्ण बैठक में फर्जीवाड़े के आरोपी शिक्षकों को चार्जशीट देने का निर्णय लिया गया। अब इनका जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसमें कानपुर विवि के कुलपति व लविवि में व्यवहारिक अर्थशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. जेवी वैशम्पायन के अलावा डॉ. अर्चना मुंजू व डॉ.आरके महेश्वरी शामिल हैं। इन पर एमकॉम व्यवहारिक अर्थशास्त्र की कापियों में टेम्प¨रग कर नंबर बढ़ाने का आरोप प्रो. नर सिंह द्वारा लगाया गया था और विजिलेंस जांच में भी इस आरोप की पुष्टि हो चुकी है। साथ ही समाजशास्त्र विभाग के शिक्षक डॉ. सुकांत चौधरी द्वारा परास्नातक में 55 प्रतिशत अंक न होने बावजूद फर्जीवाड़ा कर नौकरी हासिल करने और पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रमेश चंद्र त्रिपाठी द्वारा फर्जी मार्कशीट लगाने के आरोप में चार्जशीट दी गई है।
कुलपति प्रो.एसपी सिंह की अध्यक्षता में हुई कार्यपरिषद की महत्वपूर्ण बैठक में निर्णय लिया गया कि फर्जीवाड़े के आरोपी शिक्षकों के खिलाफ तैयार चार्जशीट पर लिखित पक्ष लिया जाए और तब कार्यपरिषद में भविष्य का अंतिम फैसला किया जाए।