कानपुर में फादर्स डे पर बेटियों ने अपने कंधे पर उठाई पिता की अर्थी
कपड़ा कारोबारी चंद्रप्रकाश भाटिया (68) की अर्थी को उनकी तीन बेटियों हर्षा, रंगोली और पूजा ने कंधा दिया।
कानपुर (जागरण संवाददाता)। वो फादर्स डे पर पिता को गिफ्ट देने की तैयारी कर रही थीं लेकिन कालचक्र को कुछ और ही मंजूर था। जब उन्हें पिता के साथ खिलखिलाना था तब उनकी आंखों में आंसू थे। उन्हें पिता का हाथ पकड़ कर संबल देना था लेकिन वह उनकी अर्थी को कंधा दे रही थीं।
रविवार को यह मार्मिक दृश्य कृष्णानगर में घटित हुआ जब जनरलगंज के कपड़ा कारोबारी चंद्रप्रकाश भाटिया (68) की अर्थी को उनकी तीन बेटियों हर्षा, रंगोली और पूजा ने कंधा दिया। कारोबारी का निधन शनिवार रात हार्ट अटैक से हुआ था। मुखाग्नि उनके भाई अनिल भाटिया ने दी।
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दो लोगों के जीवन में फैलाएंगे रोशनी: कृष्णा नगर वासियों के बीच नेत्रदान अभियान चला रहे मदन लाल भाटिया ने बताया कि चंद्रप्रकाश भाटिया भी इस अभियान से जुड़े थे। उनकी पत्नी कोमल ने स्वर्गीय चंद्रप्रकाश की नेत्रदान की इच्छा के बारे में बताया और पूरा करने के लिए कहा। डा. आरसी गुप्ता की टीम ने उनके कार्निया सुरक्षित कर लिए।
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