पत्नी से झगड़ कारोबारी ने खुद को गोली से उड़ाया
जागरण संवाददाता, कानपुर : लालबंगला के शिवकटरा रोड पर एक हार्डवेयर कारोबारी ने पत्नी से झगड़े के बाद म
जागरण संवाददाता, कानपुर : लालबंगला के शिवकटरा रोड पर एक हार्डवेयर कारोबारी ने पत्नी से झगड़े के बाद मंगलवार रात खुद को गोली मार ली। दोनों के बीच शराब को लेकर झगड़ा हुआ और मामला चौकी पर भी पहुंच गया था। परिजनों ने कारोबारी को एलएलआर अस्पताल (हैलट) में भर्ती कराया है। जहां देर रात उसकी मौत हो गई।
शिवकटरा रोड पर संदीप जायसवाल के घर किराए पर रहने वाले हार्डवेयर कारोबारी पंकज जायसवाल शराब के लती थे। कुछ समय पहले लिवर खराब होने के कारण परिजनों ने गैस्ट्रो लिवर अस्पताल में इलाज शुरू कराया था। छह दिन पहले उन्हें अस्पताल में भर्ती भी कराया गया। डाक्टरों ने शराब छोड़ने की सलाह दी थी लेकिन वे नहीं माने। पत्नी रेनू ने बताया कि दो दिन पहले डिस्चार्ज कराकर घर लाए तो वह फिर शराब पीने लगे।
मंगलवार सुबह से ही शराब पीने बैठ गए। शाम को पत्नी ने बीयर की कैन छीन लीं तो झगड़ा हो गया। मारपीट होने पर रेनू ने चौकी जाकर शिकायत की तो पीछे-पीछे पंकज भी चौकी पहुंचे। वहां पुलिस ने दोनों को समझाकर घर भेज दिया लेकिन घर आते ही पंकज फिर शराब पीने लगे। रेनू ने मायकेवालों को बुलाया। वह रात करीब 9 बजे मायके वालों से बात कर ही रही थी कि इसी बीच पंकज ने अंदर वाले कमरे में जाकर खुद को तमंचे से गोली मार ली। गोली पेट पर लगी। गंभीर हालत में उन्हें एलएलआर अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के दौरान रात करीब साढ़े 12 बजे उनकी मौत हो गई।
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''शराब को लेकर कारोबारी का उनकी पत्नी से झगड़ा हुआ था। जिस पर उन्होंने खुद को तमंचे से गोली मार ली। मौके पर 315 बोर के दो कारतूस बरामद हुए हैं। असलहा नहीं मिला है। मामले की जांच की जा रही है। -- ज्ञानेंद्र सिंह, सीओ कैंट
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अफसरों ने बुलवाई फोरेंसिक टीम
सूचना पाकर चकेरी थाने से फोर्स मौके पर पहुंचा। इसके बाद फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। घटनास्थल की जांच कराई जा रही है। पुलिस ने मकान मालिक और आसपास के लोगों के भी बयान लिए हैं। पुलिस की जांच कई बिंदुओं पर केंद्रित है।
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बच्चे बोले, पापा किसी की नहीं सुनते थे
पंकज अग्रवाल के दो बच्चे आठ साल की परी और पांच साल का प्रिंस हैं। घटना के वक्त वे बाहरी कमरे में मां, मामा और नाना-नानी के साथ मौजूद थे। परी ने बताया कि मम्मी शराब पीने से रोकती थीं। सभी लोग मना करते थे लेकिन पापा किसी की बात नहीं सुनते थे। पंकज के माता-पिता व तीनों भाई जगईपुरवा में रहते हैं।
(इनसेट)
सीओडी क्रासिंग के जाम ने ले ली जान
घटना के बाद सबसे पहले परिजन पंकज को कांशीराम ट्रामा सेंटर ले गए थे। वहां से डाक्टरों ने एलएलआर अस्पताल (हैलट) के लिए रेफर कर दिया लेकिन सीओडी क्रासिंग पर जाम होने के चलते एंबुलेंस को वापस लालबंगला से घूमकर कैंट होते हुए मालरोड की ओर से आना पड़ा। इस चक्कर में करीब डेढ़ घंटा देरी से पंकज को अस्पताल लाया जा सका। इस बीच अत्याधिक रक्तस्त्राव की वजह से उनकी हालत बिगड़ती चली गई और रात में उनकी मौत हो गई।