ठगी से बचना है तो अधिकार भी जानें
जागरण संवाददाता, कानपुर : कम ही लोग होंगे जो पेट्रोल पंप पर कभी न कभी ठगी के शिकार नहीं हुए हों। कही
जागरण संवाददाता, कानपुर : कम ही लोग होंगे जो पेट्रोल पंप पर कभी न कभी ठगी के शिकार नहीं हुए हों। कहीं न कहीं इसके पीछे आपका जागरूक नहीं होना भी है। पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों के लिए कई अधिकार हैं जिनका प्रयोग शायद ही इक्का-दुक्का लोग करते हैं। अधिकांश लोग तो अपने अधिकारों से परिचित ही नहीं हैं, ऐसे में इनका प्रयोग करें भी तो कैसे। ग्राहकों को तेल की गुणवत्ता से लेकर मापने तक का अधिकार है।
गुणवत्ता जांचने का अधिकार
ग्राहक को डीजल और पेट्रोल की गुणवत्ता जांचने का पूरा अधिकार होता है। पेट्रोल डालने वाले यंत्र के नोजल को साफ करके फिल्टर पेपर पर पेट्रोल की एक बूंद डालनी होती है। पेपर पर जिस जगह बूंद डाली थी, उसका रंग हल्का गुलाबी हुआ तो पेट्रोल में मिलावट नहीं है। गुलाबी के अलावा कोई दूसरा रंग या धब्बा है तो मिलावट तय है। फिल्टर पेपर उपलब्ध कराना पंप कर्मचारी की जिम्मेदारी है।
चेक कर सकते हैं मात्रा
प्रत्येक पेट्रोल पंप पर तेल की सही मात्रा जांचने के लिए पांच लीटर का एक मापक होता है। इस मापक में पांच लीटर के पैमाने पर 25 मिली का अंतर तो मान्य है, लेकिन अधिक है तो आप पंप मालिक के खिलाफ कार्रवाई करा सकते हैं। इसके लिए कैश मेमो लेना कभी न भूलें। संबंधित कंपनी के अधिकारी से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
शिकायत भी कर सकते
अगर आपकी शिकायत कंपनी के कर्मचारी नहीं सुलझाते हैं तो आप केंद्रीय लोक शिकायत और निगरानी प्रणाली के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
नि:शुल्क मिलती हैं ये सुविधाएं
वाहन में मुफ्त हवा, पीने का पानी, शौचालय, प्राथमिक उपचार बाक्स, शिकायत बाक्स।
हमारी भी है जिम्मेदारी
øø पेट्रोल भरवाते समय वाहन का इंजन बंद कर दें
øø पेट्रोल पंप परिसर में सिगरेट या माचिस कभी न जलाएं
øø ईधन लेते समय मोबाइल का इस्तेमाल न करें।