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साढ़ गांव में बनेगा मल्टी लॉजिस्टिक हब

जागरण संवाददाता, कानपुर : यूपीएसआइडीसी प्रबंधन साढ़ गांव और आसपास के दो अन्य गांवों की छह सौ एकड़ भूम

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 01:01 AM (IST)Updated: Wed, 24 May 2017 01:01 AM (IST)
साढ़ गांव में बनेगा मल्टी लॉजिस्टिक हब
साढ़ गांव में बनेगा मल्टी लॉजिस्टिक हब

जागरण संवाददाता, कानपुर : यूपीएसआइडीसी प्रबंधन साढ़ गांव और आसपास के दो अन्य गांवों की छह सौ एकड़ भूमि पर मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब बनाने की तैयारी में जुट गया है। मंगलवार को वन एवं पर्यावरण विभाग के अपर मुख्य सचिव के साथ मौका मुआयना करने गए यूपीएसआइडीसी के एमडी ने डीएम के समक्ष इसका प्रस्ताव रखा। इस डीएम भी सहमत नजर आए।

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ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के आसपास मल्टी लॉजिस्टिक हब बनाने की जिम्मेदारी यूपीएसआइडीसी प्रबंधन को दी गई है। प्रबंधन सरसौल, भाऊपुर आदि जगहों पर भूमि देख रहा है। यहां हब बनाने को किसानों की भूमि का अधिग्रहण करना होगा जबकि साढ़ गांव में ग्राम समाज की चार सौ एकड़, लक्ष्मणखेड़ा में सौ एकड़ और इतनी ही भूमि गोपालपुर नर्वल गांव में भी है। तीनों गांवों की ग्राम समाज की भूमि एक दूसरे से लगी हुई हैं। ऐसे में प्रबंधन को इस भूमि के पुनर्ग्रहण में किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। यही वजह है कि अपर मुख्य सचिव के समक्ष ही एमडी रणवीर प्रसाद ने डीएम सुरेंद्र सिंह से भूमि उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि फ्रेट कॉरीडोर से यह भूमि करीब आठ किमी दूर है। कोई दिक्कत नहीं आएगी। भूमि को औद्योगिक क्षेत्र के रूप में अधिसूचित कराकर आसानी से मल्टी लॉजिस्टिक हब बनाया जा सकता है। डीएम और केडीए वीसी के विजयेंद्र पांडियन ने भी उनके प्रस्ताव पर सहमति जताई। एमडी ने क्षेत्रीय प्रबंधक राकेश झा से कहा कि एसडीएम नर्वल से मिलकर भूमि का मानचित्र, खसरा, खतौनी आदि अभिलेख लें ताकि पुनर्ग्रहण के लिए प्रक्रिया शुरू की जा सके।

यह होता मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक हब

यहां पर उद्यमियों के कच्चे मॉल और उत्पादों को रखने के लिए बड़े- बड़े गोदाम बनाए जाएंगे। मजदूरों के ठहरने के लिए भवन, उद्यमियों के ठहरने के लिए होटल, ट्रकों के खड़े होने के लिए प्लेटफार्म, धर्मकाटा, पेट्रोल पंप आदि की सुविधा होगी।


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