गाय, गंगा, गांव और 'गौरी' का संरक्षण जरूरी
संवाद सहयोगी, महाराजपुर : गाय, गंगा, गौरी (बेटी) और गांव का संरक्षण जरूरी है। प्रत्येक व्यक्ति का दा
संवाद सहयोगी, महाराजपुर : गाय, गंगा, गौरी (बेटी) और गांव का संरक्षण जरूरी है। प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है कि वह बेटियों की रक्षा करे। गंगा को प्रदूषित न होने दे और गायों का पालन करे। गाय हमारी सांस्कृतिक-आध्यात्मिक विरासत है। गंगा भारत की जीवन रेखा है। गौरी (बेटी) सृष्टि निर्माता है और गांव भारतीय चेतना के प्राण हैं। ये बातें जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने कही। वे बाला जी सरकार मंदिर रूमा सलेमपुर में आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इन्हें बचाने के लिए हमें पूर्ण प्रयास करने चाहिए। बेटियां बेटों से कम नहीं हैं, यह बात सभी को समझनी होगी। पद्मभूषण स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि बालाजी सरकार का यह मंदिर एक दिन विश्व प्रसिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि आज हमें अपनी युवा पीढ़ी को गायों का महत्व बताना होगा। गंगा प्रदूषित न हों यह सबकी जिम्मेदारी है। स्वामी गोविंद देव गिरि जी महाराज ने कहा कि गांव विकसित होंगे तो देश समृद्ध होगा। गायों की सेवा करने से दुखों का अंत होता है। स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि, स्वामी अवधेशानंद गिरि, स्वामी गोविंद देव गिरि महाराज, हरि सिद्ध शरण जी महाराज को चादी की गदा भेंट की गई। इस अवसर पर महापौर जगतवीर ¨सह द्रोण, सांसद देवेंद्र ¨सह भोले, पूर्व सांसद श्याम बिहारी मिश्र, कार्यक्रम आयोजक संतोष अग्रवाल, सुरेंद्र गुप्ता, हरीश माखीजा, मनोज सेंगर, शेष नारायण त्रिवेदी, गो¨वद अग्रवाल, अर्णव गोयल, मनीष अग्रवाल, मनोज अग्रवाल, राधेश्याम शर्मा, प्रहलाद दास गुप्ता, अशोक त्रिपाठी, नरेंद्र शर्मा, साजन गुप्ता, श्री नाथ जालान, राजकुमार नेवटिया आदि उपस्थित रहे।