आग लगने पर भागेंगे तो बुझाएगा कौन
जागरण संवाददाता, कानपुर : पेट्रोल पंप पर जो अग्निशमन यंत्र है, उसे चलाओगे कैसे? यह सुनकर तपाक से पंप
जागरण संवाददाता, कानपुर : पेट्रोल पंप पर जो अग्निशमन यंत्र है, उसे चलाओगे कैसे? यह सुनकर तपाक से पंप कर्मी अर्जुन बोला, आग लगने पर भागेंगे कि सिलेंडर चलाएंगे। मगर, सच यही है, पेट्रोल पंपों पर अग्निशमन यंत्र तो पर्याप्त हैं पर उनको चलाने वाले हाथ अनाड़ी हैं।
कागजों में सारे सुरक्षा मानकों को पूरा करने वाले दर्जनों पेट्रोल पंपों की असलियत कुछ और ही है। ग्राहकों को मुफ्त हवा और पानी की सुविधा से वंचित रखने वाले दर्जनों पेट्रोल पंप मालिक सुरक्षा के प्रति भी उतने ही लापरवाह हैं। आग से बचाव के लिए अग्निशमन यंत्र तो जरूर रखे हैं पर कर्मचारी उसे चलाने का तरीका तक नहीं जानते हैं। यह हाल तब है जब आबादी के बीच पेट्रोल पंप होने पर अगर आग लगने जैसी कोई अनहोनी हो जाए तो आसपास का बड़ा इलाका खतरे में पड़ जाएगा।
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कई वर्ष से नहीं हुआ प्रशिक्षण
बारादेवी के पास एक पंप के कर्मचारी अली हसन बताते हैं कि वे 15 वर्षो से पेट्रोल पंप पर काम कर रहे हैं। कंपनी द्वारा चार-पांच साल पहले प्रशिक्षण दिया गया था। जो लोग पुराने हैं वे तो यंत्र चला लेंगे, जबकि नए लड़के आग देखते ही भाग खड़े होंगे। कर्मचारियों की जांच हो जाए तो आधे से ज्यादा बाहर कर दिए जाएंगे। उनको यही नहीं मालूम कि हवा के रुख के हिसाब से यंत्र चलाया जाता है।
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अनदेखी से मंडराता रहता खतरा
- लाल बाल्टियों में भरी रेत महीनों से बदली ही नहीं गई
- कई पेट्रोल पंपों में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे।
- पंप पर गार्ड भी होने चाहिए पर दर्जनों पंप संचालक इसे जरूरी नहीं समझते।
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जरा इनकी सुनिये
अधिकतर कर्मचारी अग्निशमन यंत्र चला लेते हैं, समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जाता है। जल्द ही एसोसिएशन की बैठक होने वाली है। उसमें सभी पंप मालिकों से कहा जाएगा कि जो कर्मचारी यंत्र चलाना नहीं जानते हैं उनको प्रशिक्षण दिया जाए। यह सुरक्षा का अहम मुद्दा है।
-सुनील शरन गर्ग, सचिव, पेट्रोलियम एंड एचएसडी डीलर्स एसोसिएशन
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कंपनी की ओर से सेफ्टी उपकरणों की जांच की जाती है। कर्मचारियों को इसे चलाने का तरीका बताया जाता है। यह जरूर है कि कर्मचारी इधर-उधर होते रहते हैं इसलिए अनजान हो सकते हैं।
-पारितोष, उपप्रबंधक एलपीजी सेल, आइओसी