जूही बंबुरहिया में चिकनपॉक्स का हमला
जागरण संवाददाता, कानपुर दक्षिण : भीषण गर्मी में गंदगी व दूषित जलापूर्ति के चलते जूही बंबुरहिया में स
जागरण संवाददाता, कानपुर दक्षिण : भीषण गर्मी में गंदगी व दूषित जलापूर्ति के चलते जूही बंबुरहिया में संक्रामक रोगों ने हमला बोल दिया है। यहां पर बच्चों समेत एक दर्जन से अधिक लोग चिकनपॉक्स की चपेट में हैं। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को अब तक इसकी भनक भी नहीं हैं।
घनी आबादी वाली जूही बंबुरहिया में रहने वाले कार्तिकेय, उनके पिता सुरेश कनौजिया, पड़ोस में रहने वाले यशू, मानस, अनूप, अनिकेत, प्रद्युम्न, उनकी मां उर्मिला, रूही व रंगोली समेत एक दर्जन से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। लोगों का कहना है कि मोहल्ले के पांच से अधिक परिवार इस बीमारी से पीड़ित हैं लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग से कोई भी उन लोगों की सुध लेने नहीं आया।
वैरीसेला वायरस से होता चिकनपॉक्स
गणेश शंकर विद्यार्थी स्मारक मेडिकल कालेज की पूर्व मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. आरती लाल चंदानी ने बताया कि चिकनपॉक्स वैरीसेला वायरस से होता है। यह बीमारी एक से दूसरे के संपर्क में आने और छूने से फैलती है। 17 वर्ष से कम उम्र के लोगों में अधिकतर होता है। अगर बड़ों को होता है तो हल्के में न लें। छह दिन तक इसका असर रहता है। उसके बाद सूखना शुरू हो जाता है। इससे बचाव के लिए कोई वैक्सीन नहीं आती।
चिकनपॉक्स के लक्षण
-गुलाबी, लाल फफोले पड़ जाते हैं।
-अंदर भरे पानी में वायरस रहता है।
-सर्दी लगने के साथ बुखार व थकान रहती है।
-पैर के तलवों को छोड़कर पूरे शरीर में फैलता है।
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ऐसे करें बचाव
-ज्यादा दवाएं नहीं लेनी चाहिए, सिर्फ बुखार और दर्द की दवा का इस्तेमाल करें।
-फफोले पड़ने पर उसे खुजलाएं नहीं, क्रीम का इस्तेमाल करें।
-मरीज और आसपास साफ सफाई पर विशेष ध्यान रखें।
-सादा और सुपाच्य भोजन करें।