मंगलमय यात्रा पर गर्मी का अमंगल
जागरण संवाददाता, कानपुर : हर रेलवे स्टेशन व प्लेटफार्म पर आपकी यात्रा मंगलमय हो का संदेश स्क्रीन पर
जागरण संवाददाता, कानपुर : हर रेलवे स्टेशन व प्लेटफार्म पर आपकी यात्रा मंगलमय हो का संदेश स्क्रीन पर चलता रहता है। ट्रेन की इस मंगलमय यात्रा को भीषण गर्मी की नजर लग गई है। लंबी दूरी की ट्रेनों में खचाखच भरे यात्री गर्मी के कारण रास्ते में ही बीमार हो रहे हैं। आरक्षित कोच के यात्रियों की शिकायत तो कंट्रोल रूम तक पहुंच जाती है और उनको अगले स्टेशन पर चिकित्सीय सुविधा मिल जाती है पर जनरल कोच और टीटी विहीन कोच के यात्रियों की कोई सुनने वाला नहीं है। सेंट्रल स्टेशन पर रोजाना आठ से दस यात्रियों का इलाज किया जा रहा है।
हावड़ा से दिल्ली हो या फिर मुंबई से गोरखपुर का सफर, गर्मी की चपेट में आकर यात्री बीमार हो रहे हैं। हाल के दिनों में तीन यात्रियों की ट्रेन में सफर के दौरान मौत भी हो चुकी है, उसके बावजूद जिम्मेदारों के कान पर जूं नहीं रेंग रही है।
गंभीर हालत में भी करते यात्रा
सेंट्रल स्टेशन पर बिहार और दिल्ली से आने वाली ट्रेनों के कई बीमार यात्रियों का इलाज किए जाने के बाद चिकित्सक केपीएम या हैलट रेफर करते हैं पर यात्री गंभीर रूप से बीमार होने के बावजूद यात्रा जारी रखते हैं। चिकित्सकों का कहना है कि स्टेशन पर केवल जांच और तुरंत राहत वाला ही उपचार किया जा सकता है।
कोच में कौन सुने फरियाद
रेलवे में मैनपावर का टोटा है। कई ट्रेनों के आरक्षित कोच भी बिना टीटी के चल रहे हैं। जिससे सफर के दौरान बीमार होने वाले यात्री अपनी शिकायत दर्ज नहीं करा पाते हैं।
सेंट्रल पर इनका हुआ इलाज
मडुवाडीह से नई दिल्ली जा रहीं प्रियंका कुमारी (23) के शरीर में दर्द होने लगा। टीटी से शिकायत के बाद उनको स्टेशन पर डा. विशाल ने देखा। स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस से दिल्ली से दरभंगा जा रहे देवनारायण झा उल्टी व दस्त से पीड़ित थे। डाक्टर ने दवा देकर केपीएम रेफर किया पर उन्होंने ट्रेन से उतरने से इन्कार कर दिया और यात्रा जारी रखी। आनंद विहार से पटना जा रहे संतोष जैन के शरीर में खुजली होने लगी। कंट्रोल रूम से शिकायत मिलने के बाद स्टेशन पर उनको दवा दी गई। जयनगर से आनंद विहार जा रहे राहुल झा को सीने में तेज दर्द की शिकायत के बाद डा. एम कुमार ने जांच कर अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी पर उन्होंने मना कर दिया।