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कानपुर में शिक्षक दंपती ने खुद को तीन माह से बना रखा था बंदी

कल शाम पड़ोसियों की सूचना पर आई पुलिस कुंडी तोड़कर फ्लैट में घुसी तो महिला ड्राइंग रूम के फर्श और उनके इंजीनियर पति दूसरे कमरे में बिस्तर पर बेहोश मिले।

By amal chowdhuryEdited By: Published: Tue, 28 Mar 2017 08:43 AM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2017 08:46 AM (IST)
कानपुर में शिक्षक दंपती ने खुद को तीन माह से बना रखा था बंदी
कानपुर में शिक्षक दंपती ने खुद को तीन माह से बना रखा था बंदी

कानपुर (जागरण संवाददाता)। गुरुदेव चौराहे के पास न्यू ट्विन टॉवर में शिक्षक दंपती ने खुद को बंदी बना लिया। वे डेढ़ महीने से भूखे प्यासे फ्लैट में बंद थे। कल शाम पड़ोसियों की सूचना पर आई पुलिस कुंडी तोड़कर फ्लैट में घुसी तो महिला ड्राइंग रूम के फर्श और उनके इंजीनियर पति दूसरे कमरे में बिस्तर पर बेहोश मिले। पुलिस ने उन्हें एलएलआर (हैलट) अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस को फ्लैट में दो सीसीटीवी कैमरे मिले। पुलिस इनकी फुटेज खंगालेगी।

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काकादेव की एक कोचिंग में पढ़ाने वाले 55 वर्षीय संजीव दयाल 1991 से फ्लैट नंबर ए-602 में रह रहे हैं। पड़ोसियों ने बताया कि आइआइटी से बीटेक संजीव कोचिंग और घर में छात्रों को पढ़ाते थे। उनकी 50 वर्षीय पत्नी डॉ. विद्या सीएसए कैंपस के एक स्कूल में संविदा शिक्षक हैं लेकिन तीन महीने से नहीं जा रही हैं। उनका कोई संतान नहीं है और रिश्तेदार भी नहीं आते। अपार्टमेंट में रहने वाले मनीष अग्रवाल, विकास धवन, अशोक यादव आदि ने बताया कि दयाल दंपती रिजर्व रहते हैं।

डेढ़ महीने से वह फ्लैट से बाहर ही नहीं निकले। कल सुबह बदबू आई तो शंका होने पर पुलिस बुलाई गई। पुलिस ने कुंडी तोड़कर दरवाजा खोला। संजीव और विद्या अलग-अलग कमरों में बेहोश मिले, जिन्हें एलएलआर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डाक्टरों ने उनकी हालत स्थिर बताई है। पुलिस के अनुसार संजीव के घर की खिड़कियों पर पर्दे और शीशों पर कागज चिपके थे। इससे फ्लैट में अंधेरा था। शिक्षिका विद्या दयाल के चेहरे और पैर पर चोट के निशान थे। फिलहाल पुलिस को मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। अब पुलिस सच जानने के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहारा लेगी। इसके बाद ही सच का पता चल पाएगा।

किचन में बस एक प्याज था: फ्लैट के अंदर जाने वाली महिलाओं ने बताया कि किचन में न खाने का सामान था और न ही पानी। काफी दिनों का एक प्याज पड़ा था। बिस्तर पर भी काफी गंदगी थी। वहीं एलएलआर के डाक्टरों ने बताया कि दंपती काफी कमजोर हैं। संभवत: उन्होंने कई दिन से कुछ खाया पीया नहीं है। 

अवसाद में बता रहे पड़ोसी: दयाल दंपती ने जिस तरह डेढ़ महीने से खुद को फ्लैट में बंद कर रखा था, लोग उन्हें मनोरोग से पीड़ित मान रहे हैं। पड़ोसी बोले, संजीव छोटी-छोटी बात पर उलझते थे। दो लोगों पर केस कर चुके हैं। 17 साल से अपार्टमेंट का मेंटीनेंस चार्ज भी नहीं दिया।

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बेडरूम में मिलीं तीन अटैचियां: पुलिस को बेडरूम में तीन अटैचियां मिली हैं। शायद दोनों कहीं जाने की तैयारी में थे लेकिन ऐसा क्या हुआ कि उन्होंने खुद को कैद कर लिया? पुलिस इसका जवाब तलाश रही है।

दस दिन पहले ठीक कराया था पंखा: विद्या ने दस दिन पहले इलेक्ट्रीशियन को बुलाकर पंखा ठीक कराया था। इलेक्ट्रीशियन के अनुसार संजीव कमरे में लेटे थे, दाढ़ी बढ़ी थी। विद्या काफी दुबली हो गई थीं। गनीमत रही कि पुलिस बुला ली गई और दोनों जंदा मिले।

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