टेनरियो और ट्रीटमेंट प्लांट में अब औचक जांच
जागरण संवाददाता, कानपुर : टेनरियों में कितना पानी खर्च हो रहा है और कितना पानी निकल रहा है, इस पर नज
जागरण संवाददाता, कानपुर : टेनरियों में कितना पानी खर्च हो रहा है और कितना पानी निकल रहा है, इस पर नजर रखने की जरूरत है। एक बूंद भी पानी गंगा में नहीं जाना चाहिए। अगर किसी टेनरी में प्राथमिक ट्रीटमेंट प्लांट बंद मिले तो टेनरी को सील करें। अपर नगर मजिस्ट्रेट (एसीएम) के नेतृत्व वाली टीमें टेनरियों और ट्रीटमेंट प्लांटों में औचक छापेमारी करें। अगर कहीं कोई कमी मिले तो कार्रवाई की जाए। ये निर्देश डीएम कौशल राज शर्मा ने कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में दिए।
उन्होंने कहा कि पंपिंग स्टेशनों और उसके कंवेन्शन चैनल और गंगा में जाने वाले नालों पर विशेष नजर रखने की जरूरत है। पंपिंग स्टेशनों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाएं। अगर गंगा में एक बूंद भी पानी बहाया गया तो दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि टेनरियों में इलेक्ट्रॉनिक फ्लो मीटर की जांच जरूरी है अगर किसी टेनरी में न लगे हों तो लगवाया जाए। बार बार यह शिकायत मिलती है कि ट्रीटमेंट प्लांट और पंपिंग स्टेशन से चोरी छिपे पानी गंगा में बहा दिया जाता है। अब ऐसी शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। एसीएम, प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम नियमित छापेमारी करे। एक भी ग्लू भट्ठी अब संचालित नहीं होनी चाहिए। इस अवसर पर एडीएम सिटी केपी सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट एपी श्रीवास्तव, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी डा. मोहम्मद सिकंदर आदि मौजूद रहे।