भाजपा के कई पार्षदों का होगा पत्ता साफ!
जागरण संवाददाता, कानपुर : केंद्र के बाद प्रदेश में भी सत्ता में आई भाजपा अब दूसरे दलों के कार्यकर्ता
जागरण संवाददाता, कानपुर : केंद्र के बाद प्रदेश में भी सत्ता में आई भाजपा अब दूसरे दलों के कार्यकर्ताओं के लिए भी आकर्षण बन गई है। नगर निगम चुनाव में पार्षदी के टिकट को वह दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। वहीं, स्थिति ये है कि विधानसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन या पार्टी से भितरघात करने वाले भाजपा पार्षदों का टिकट भी इस बार कट सकता है।
विधानसभा चुनाव के बाद अब राजनीतिक दलों ने नगर निगम चुनावों के लिए भी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस तो हर वार्ड में चार-चार दावेदारों का पैनल बना रही है। वहीं, भाजपा की रणनीति इस दफा पूरी तरह विधानसभा चुनाव के रिपोर्ट कार्ड पर टिकी है। जिलाध्यक्ष सुरेंद्र मैथानी ने बताया कि टिकट के दावेदारों की कतार लंबी है। दूसरे दलों से जो टिकट के लिए ही भाजपा में शामिल होना चाहते हैं, उन्हें तो टिकट नहीं दिया जाएगा। पूरा पैमाना यही है कि किसने विधानसभा चुनाव में कितनी मेहनत की और वह जिताऊ है या नहीं। यह भी देखा जाएगा कि संगठन की मजबूती के लिए अपने वार्ड में किस कार्यकर्ता ने कितने वोट बढ़वाए।
टिकट मांगने वाले मौजूदा पार्षदों की भी भूमिका परखी जाएगी। देखा जाएगा कि उनके वार्ड से पार्टी को विधानसभा चुनाव में कितना वोट मिला चूंकि आर्यनगर और सीसामऊ में भितरघात होने की बात ज्यादा कही जा रही है, इसलिए इन विधानसभा क्षेत्रों के पार्षदों के वार्ड और बूथ की गहनता से जांच होगी। उसी आधार पर ऊपर रिपोर्ट भेजकर स्थिति साफ कर दी जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि सीसामऊ और आर्यनगर में भाजपा प्रत्याशियों से भितरघात कर हरवाने वाले पार्षदों का टिकट कटना लगभग तय है।