घर से भी आफिस चला सकेंगे एसबीआइ कर्मी
जागरण संवाददाता, कानपुर : अपने सहयोगी बैंकों के विलय के बाद भारतीय स्टेट बैंक ने अपने कर्मियों के लि
जागरण संवाददाता, कानपुर : अपने सहयोगी बैंकों के विलय के बाद भारतीय स्टेट बैंक ने अपने कर्मियों के लिए 'वर्क टू होम' सुविधा की मुंबई से शुरुआत की है। इसके बाद कानपुर जैसे बड़े शहरों में यह सेवा शुरू होगी। फिलहाल ये सुविधा जोनल और रीजनल आफिस के कुछ कर्मचारियों को मिलेगी।
भारतीय स्टेट बैंक में एक अप्रैल से पांच सहयोगी बैंकों स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर का विलय हो रहा है। इसके बाद एसबीआइ का कुल कारोबार 40 लाख करोड़ होगा और यह विश्व के बड़े बैंकों में 64वें स्थान से 45वें पर आ जाएगा। 36 देशों में 191 कार्यालयों के जरिये कारोबार कर रहे एसबीआइ ने अच्छी गुणवत्ता सेवा के लिए तकनीक के सहारे से वर्क टू होम सेवा शुरू की है। इसके तहत बैंक कर्मी मोबाइल पर बैंक की सेवाएं दे सकेंगे।
ऐसे करेंगे काम
कर्मचारी को अपने घर से ग्राहक को सेवा देने के लिए मोबाइल कंप्यूटिंग डिवाइस दी जाएगी। ये बैंक के कंट्रोल सर्वर से जुड़ा होगा। इससे वह ग्राहक को त्वरित सेवा दे सकेगा। साथ ही उसके काम पर मुख्यालय की नजर भी रहेगी। इस डिवाइस में दर्ज आंकड़े और अप्लीकेशन सुरक्षित रहेंगे। इसकी मानीट¨रग के लिए बैंक ने एमआइएस प्रबंधन सिस्टम भी तैयार कर लिया है। नेशनल कंफेडरेशन आफ बैंक इम्प्लाई के प्रांतीय सह मंत्री राजेंद्र अवस्थी का कहना है कि कर्मचारियों की कमी को देखते हुए बैंक का यह कदम बेहतर हो सकता है। बैंक कर्मी जहां तनावमुक्त हो सकेंगे वहीं ग्राहकों को अच्छी सेवा मिल सकेगी।
ये सेवाएं दे सकेंगे
बैंक कर्मी वर्क टू होम में मार्केटिंग, सीआरएम, सोशल मीडिया मैनेजमेंट, सेटलमेंट एंड रीकांसीलेशन, कंप्लेंट्स मैनेजमेंट की सेवाएं दे सकेंगे।