हॉस्टल मालिक समेत सात पर अपहरण का मुकदमा
जागरण संवाददाता, कानपुर : गीतानगर स्थित हॉस्टल से रविवार रात से लापता छात्रा का 48 घंटे बाद भी सुराग
जागरण संवाददाता, कानपुर : गीतानगर स्थित हॉस्टल से रविवार रात से लापता छात्रा का 48 घंटे बाद भी सुराग नहीं लगा। पुलिस ने छात्रा के पिता की तहरीर पर हॉस्टल मालिक, उनकी पत्नी व डाक्टर के दोनों भाइयों समेत सात लोगों पर अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है।
मूल रूप से उन्नाव के कृष्णानगर में रहने वाले जिला पंचायत विभाग कन्नौज में लिपिक पद पर कार्यरत वीरेंद्र द्विवेदी की बेटी अंजलि उर्फ नेहा (18) रविवार रात हॉस्टल से लापता हो गई थी। उसके कमरे में एक सुसाइड नोट मिला था। सुसाइड नोट में लिखा था कि वह पापा की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पा रही है। आइआइटी की तैयारी उससे नहीं हो पा रही है। इससे परेशान होकर वह आत्महत्या करने जा रही है। उधर, बेटी का पता न लगने पर परिजनों ने हॉस्टल मालिक डा. एके पाहुजा, भाई डा. किशोर कुमार, संजय पाहुजा, हॉस्टल संचालिका सुनीता पाहुजा व तीन फालोवर सुशील, बैजनाथ व एक अन्य पर बेटी को गायब करने और जबरदस्ती सुसाइड नोट लिखवाने का आरोप लगाया। देर रात तक पुलिस मुकदमा दर्ज करने से बचती रही, लेकिन उच्चाधिकारियों का फोन आने के बाद मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने छात्रा के मोबाइल को खंगाला, व्हाट्सएप चैटिंग की भी जांच की। ऐसा कोई नंबर नहीं मिला है, जिससे उसका सुराग लगे। पुलिस ने कन्नौज और उन्नाव टीम भेजी है। सीओ कल्याणपुर संजीव दीक्षित ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
रिश्तेदारों से पूछताछ में जुटे परिजन
छात्रा के परिजन रिश्तेदारों के यहां भी बेटी को तलाश रहे हैं। यह भी संभावना जताई गई कि रात आठ बजे जब छात्रा निकली तो रावतपुर स्टेशन से किसी ट्रेन में सवार हो गई हो। लिहाजा स्टेशन पर भी पूछताछ की जा रही है।