कानपुर में ईडी ने सील किया आयुषी मित्तल का घर
लुभावनी स्कीमों के नाम पर 37अरब रुपये घोटाले में नामजद आयुषी अग्रवाल काफी शातिर दिमाग है। प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) नेअनुभव मित्तल की पत्नी आयुषी अग्रवाल के घर पर छापेमारी की।
कानपुर (जेएनएन)। नोएडा के चर्चित 37 अरब रुपये के घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने एसटीएफ के साथ आज देर शाम हरजिंदर नगर द्वितीय के बाबूलाल हाता में आरोपी अनुभव मित्तल की पत्नी आयुषी अग्रवाल के घर पर छापेमारी की। यहां पर 86/ए में कंपनी की निदेशक आयुषी के परिवारीजन रहते हैं।
टीम ने मौके पर परिवारीजन के न मिलने पर टीम ने कमरों के ताले तोड़े और छानबीन की। इसके बाद कमरों को सील कर चकेरी थाने में इसकी सूचना दी। ईडी के सहायक निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि इस मामले में उनको आयुषी अग्रवाल सहित उसकी मां मीना अग्रवाल व एक अन्य रमेश अग्रवाल की तलाश है।
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कमरों की तलाशी में क्या दस्तावेज मिले, इसकी जानकारी उन्होंने गुप्त रखी। इसके अलावा उन्होंने मकान के निचले खंड में रह रहे किरायेदार से पूछताछ की। उसने बताया कि तीन दिन पहले मीना अग्रवाल रिश्तेदार के घर जाने की बात कहकर चली गईं थीं। इसके बाद से कई लोग उनको पूछने आ चुके हैं, लेकिन उनकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। टीम के इलाके में पहुंचते ही स्थानीय लोग भी घर के अंदर घुस गए और खिड़कियों-दरवाजों से झांक कर स्थिति देखते रहे।
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एसटीएफ से दो कदम आगे चल रही आयुषी
लुभावनी स्कीमों के नाम पर 37अरब रुपये घोटाले में नामजद आयुषी अग्रवाल काफी शातिर दिमाग है। कंपनी का फर्जीवाड़ा पकड़े जाते ही उसको अंदाजा लग गया था कि जल्द ही उसके परिवारीजन तक इसकी आंच पहुंच जाएगी, क्योंकि उसने दस्तावेजों में हरजिंदर नगर द्वितीय बाबू लाल के हाते का जिक्र कर रखा था। इस पर उसने अपनी मां मीना अग्रवाल को पूरी जानकारी देते हुए वहां से निकल जाने को कह दिया। इसके बाद आज देर शाम करीब सात बजे के आसपास ईडी का छापा पड़ा। उससे पहले सुबह तीन व्यक्तिघर पर आए थे। किरायेदार से कुछ बात कर वे घर के अंदर चले गए और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया गया।
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आसपास के लोगों की मानें तो जो तीन युवक आए थे उन्होंने फोन से किरायेदार की बात किसी कराई, जिसके बाद उनको अंदर जाने को मिला। इसके बाद वे लोग जब निकले तो उनके पास कुछ पालीथिन थे, जिसे लेकर वे वापस चले गए। पड़ोसियों का कहना है कि इनमें से एक व्यक्ति को ऊपरी मंजिल में भी देखा गया था, जहां पर मीना अग्रवाल रहती थीं। ये कौन लोग थे जो ईडी के छापे से कुछ घंटे पहले ही घर से पालीथिन लेकर निकले थे, इस बात की जानकारी किसी के पास नहीं है।