सिटी बस कारीगरों के पारिश्रमिक में सेंधमारी
जागरण संवादाता, कानपुर : फजलगंज सिटी बस डिपो में बसों के मेंटीनेंस में लगे कारीगर के पारिश्रमिक में
जागरण संवादाता, कानपुर : फजलगंज सिटी बस डिपो में बसों के मेंटीनेंस में लगे कारीगर के पारिश्रमिक में सेंधमारी की जा रही है। कारीगरों ने रोडवेज ट्रेनिंग सेंटर में प्राचार्य धनजी राम से अपना दुखड़ा रोया।
आजाद नगर स्थित रोडवेज ट्रेनिंग सेंटर में केंद्र सरकार की कौशल विकास योजना के तहत युवकों को विभिन्न टेक्निकल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन्हीं में कुछ युवकों का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद उन्हें सिटी बस डिपो में लगाया गया है। कारीगरों का आरोप है इलाहाबाद में सिटी बस तकनीशियन को प्रत्येक रविवार को छुंट्टी दी जाती है लेकिन कानपुर में एक माह में दो रविवार को ही छुंट्टी देते हैं। ये भी आरोप है कि अगर 15 मिनट भी लेट हो जाएं तो अनुपस्थिति लगाकर पूरे दिन का पैसा काट लिया जाता है।
गौरतलब है कि सिटी बसों के मेंटीनेंस का काम प्राइवेट कंपनी श्यामा श्याम कंपनी के पास है। रोडवेज ट्रेनिंग सेंटर से भेजे गये कारीगर इसी कंपनी के अधीन हैं। इस संबंध में प्राचार्य धनजी राम का कहना है कि युवक मेरे पास आए थे। इनकी समस्या का समाधान किया जाएगा।
ये आरोप लगा रहे तकनीशियन
-आठ घंटे के बजाय 10 घंटे ड्यूटी लेते हैं।
-एक माह में सिर्फ दो रविवार को भी छुंट्टी देते हैं।
-यदि 15 मिनट कोई लेट हो जाए तो दिनभर की पारिश्रमिक काट लेते हैं।
-7215 रुपये न्यूनतम वेतन है लेकिन उन्हें मात्र 5000 ही मिलता।
सिटी बसों का मेंटीनेंस करने वाली
श्यामा श्याम कंपनी के डायरेक्टर केके अग्रवाल का कहना है कि रोडवेज ट्रेनिंग सेंटर से आए युवक हेल्पर हैं, उन्हें करीब 8400 रुपये वेतन समेत कई सुविधाएं दी जा रही हैं लेकिन कंपनी के कुछ नियम हैं, उन्हें पूरा करना होता है।
कंपनी के ये नियम
-30 मिनट तक लेट होने पर कोई पैसा नहीं कटेगा।
-30 मिनट से अधिक लेट हुए तो दो घंटे का वेतन कटेगा।
-30 मिनट पहले चले जाएंगे तो एक घंटे का वेतन कटेगा।
-पूरी ड्यूटी करने वाले प्रत्येक युवक के अकाउंट में 6222 रुपये वेतन जाता है, लगभग 2100 रुपये फंड कटता है।
-फंड में कर्मी के वेतन 900 रुपये जाता है जबकि कंपनी 1200 रुपये देती है।
-8 घंटे से अधिक ड्यूटी नहीं लेते।