पुराना प्लेटफार्म तोड़ बिछाना होगा नया ट्रैक
जागरण संवाददाता, कानपुर : गोविंदपुरी स्टेशन को टर्मिनल बनाने के लिए सबसे पहले पुराने प्लेटफार्म को त
जागरण संवाददाता, कानपुर : गोविंदपुरी स्टेशन को टर्मिनल बनाने के लिए सबसे पहले पुराने प्लेटफार्म को तोड़कर नया रेलवे ट्रैक बिछाना होगा। नया ट्रैक बिछेगा तो सिग्नल आदि को हटाने के साथ कई अन्य काम भी करने होंगे। जब युद्धस्तर पर काम होगा तभी सीआरबी की घोषणा के मुताबिक जून माह तक गोविंदपुरी स्टेशन टर्मिनल बनने लायक हो सकेगा।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष (सीआरबी) एके मित्तल जून तक गोविंदपुरी स्टेशन को टर्मिनल बनाने का लक्ष्य निर्धारित कर गए हैं। इसके लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी। गोविंदपुरी अभी कामर्शियल स्टेशन है, आपरेटिंग स्टाफ यहां नहीं बैठता है। केवल टिकट वितरण और रिजर्वेशन का ही काम होता है। स्टेशन मास्टर से लेकर अन्य स्टाफ की तैनाती करनी होगी।
..तो गोविंदपुरी से चलेगी श्रमशक्ति
रेलवे सूत्र बताते हैं कि टर्मिनल बनने पर गोविंदपुरी से ही श्रमशक्ति को चलाने का मसौदा तैयार कर लिया गया है। इसके अलावा कुछ और ट्रेनें दी जा सकती हैं। लगभग आधा दर्जन ट्रेनों के ठहराव वाले गोविंदपुरी स्टेशन पर अभी ट्रेनों का चयन नहीं किया गया है पर श्रमशक्ति तय है।
यह है व्यवस्था
पुराना प्लेटफार्म है छोटा : पुराना प्लेटफार्म पांच-छह बोगियों वाला ही है। इस पर 22-24 बोगी की ट्रेन खड़ी नहीं हो सकती। इससे सटा एक प्लेटफार्म बनकर तैयार है जो 26 बोगी ट्रेन के लिए उपयुक्त है।
बिल्डिंग है तैयार : गोविंदपुरी स्टेशन पर बिल्डिंग बनकर तैयार है। रेलवे कर्मी बताते हैं कि इसके बनने तक छह साल में पांच-छह ठेकेदार छोड़कर भाग चुके हैं। समय के साथ लागत बढ़ गई थी।
प्रतीक्षालय में टिकट वितरण : बिल्डिंग में स्थित महिला प्रतीक्षालय में टिकट वितरण व कैश का काम होता है। यहां चीफ बुकिंग सुपरवाइजर हरीप्रकाश बैठते हैं। कैश का काम होने की वजह से इसमें ग्रिल लगवा दी गई है। वहीं पुरुष प्रतीक्षालय में टिकट वितरण होता है।