पहाड़ों पर बर्फबारी से कांपा मैदान
कानपुर, जागरण संवाददाता : पहाड़ों पर बर्फबारी ने शहर में गलन बढ़ा दी है। सर्द हवाओं के चलते गुरुवार क
कानपुर, जागरण संवाददाता : पहाड़ों पर बर्फबारी ने शहर में गलन बढ़ा दी है। सर्द हवाओं के चलते गुरुवार को इस माह तीसरी बार सबसे ठंडे दिन का रिकार्ड टूट गया। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार 1991 से लेकर अब तक आठ दिसंबर को अधिकतम तापमान 24 से 25 डिग्री सेल्सियस रहा था जबकि 25 वर्षो बाद यह तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो कि सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस कम रहा।
हवाएं बदलने के साथ तापमान लगातार गिरता जा रहा है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान का अंतर कम होने के साथ यह ठंड और बढ़ेगी। गुरुवार को निकली धूप भी सर्द हवाओं में बेअसर रही। मौसम विभाग के अनुसार जैसे-जैसे अधिकतम तापमान कम होगा वैसे-वैसे ठंड और बढ़ेगी। शीतलहर के साथ कोहरा पड़ने की संभावना भी बरकरार है। आर्द्रता अधिक होने व दिन में धूप निकलने की सूरत में कोहरा पड़ेगा। मौसम के इस मिजाज को देखते हुए आने वाले दस दिनों में अधिकतम तापमान दस डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है।
पाला पड़ने से फसलों को खतरा :
सीएसए के कृषि वैज्ञानिक डा. नौशाद खान बताते हैं कि पाला पड़ने की संभावना बरकरार है। इससे फसलें प्रभावित होंगी। आलू में फफूंदी लगने का खतरा है। इससे बचाव के लिए किसान खेतों में मैंकोजिट का छिड़काव करें जबकि अक्टूबर माह में बोई गई मसूर व मटर की फसलों में इस समय फूल आ रहे हैं। पाले में उनके झड़ने का खतरा बना रहता है। ऐसे में फसलों की हल्की सिंचाई करने के साथ खेतों में धुआं करें।