मेधावी बनेंगे सरकारी स्कूलों के बच्चों के रोल मॉडल
कानपुर, जागरण संवाददाता : सरकारी विद्यालयों से आईआईटी, सिविल सेवा या अन्य बेहतर मुकाम तक पहुंचे पूर्
कानपुर, जागरण संवाददाता : सरकारी विद्यालयों से आईआईटी, सिविल सेवा या अन्य बेहतर मुकाम तक पहुंचे पूर्व छात्र अब सरकारी माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों के रोलमॉडल बनेंगे। यूपी बोर्ड से पासआउट ये मेधावी बच्चों के बीच अपने अनुभव साझा कर उन्हें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। माध्यमिक शिक्षा विभाग बीते पांच सालों में ऐसे मेधावी छात्र-छात्राओं का रिकार्ड तैयार करा रहा है, जिन्होंने आईआईटी, सिविल सेवा या अन्य किसी प्रतियोगी परीक्षा में बेहतर स्थान हासिल किया है। इसके लिए पूरे मंडल के हर जिले से ऐसे छात्र-छात्राओं के रिकार्ड मांगा गया है। संयुक्त शिक्षा निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि मेधावी छात्र-छात्राओं का डाटा तैयार किया जा रहा है, जल्द ही उनसे संपर्क किया जाएगा।
लाखों की संख्या में शामिल होते छात्र : यूपी बोर्ड की ओर से बोर्ड परीक्षा में हर साल लाखों छात्र-छात्राएं शामिल होते हैं। ऐसे में अफसरों का कहना था कि उन्हीं विद्यार्थियों को चयनित किया जाएगा जिन्होंने 10वीं और 12वीं में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण करने के बाद आईआईटी, सिविल सेवा या अन्य प्रतियोगी परीक्षा में कामयाबी पाई है।