अब लेवल से नापी जाएगी तकनीकी योग्यता
कानपुर, जागरण संवाददाता: देश भर में तकनीकी क्षेत्र में चल रहे प्रशिक्षण केंद्रों (संस्थानों) के कोर्
कानपुर, जागरण संवाददाता: देश भर में तकनीकी क्षेत्र में चल रहे प्रशिक्षण केंद्रों (संस्थानों) के कोर्स में एकरूपता लाने की कोशिश हो रही है। विदेशों के आधार पर अब देश में भी तकनीकी शिक्षा को लेवल (स्तर) में नापा जाएगा और इसके लिए मानक तय हो रहे हैं।
नेशनल स्किल क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के नाम से विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारी इस दिशा में काम कर रहे हैं। एनएसक्यूएफ प्रशिक्षण कोर्सो के 10 लेवल तैयार कर रहा है। पहले लेवल बेसिक और 10वां लेवल बहुत एडवांस होगा। इस योजना को संचालित करने के लिए नेशनल स्किल डेवलपमेंट एजेंसी (एनएसडीए) का गठन किया गया है। अब प्रशिक्षण संस्थान को ट्रेनिंग प्रोग्राम के साथ बताना होगा कि उसका प्रोग्राम किस लेवल का है। दिल्ली में दो दिन पहले एनएसडीए के चेयरमैन रामा दुरई की अध्यक्षता में मंत्रालयों के अधिकारियों की बैठक में चर्चा हुई और मंत्रालयों ने अपने-अपने कोर्स प्रस्तुत किए।
एफएफडीसी का पहला कोर्स स्वीकृत
सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम संस्थान (एमएसएमई) के तहत 18 टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट सेंटर हैं। इन्हीं में से एक सुगंध एवं सरस विकास केंद्र (एफएफडीसी) ने एरोमा प्रोसेस असिस्टेंट के नाम से लेवल 4 कोर्स प्रस्तुत किया। कानपुर विस्तार केंद्र में सहायक निदेशक भक्ति विजय शुक्ला ने 1500 घंटे के इस कोर्स को प्रस्तुत करते हुए बताया कि कई उद्योगों ने प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार देने का वादा किया है। एरोमा के क्षेत्र में यह पहला कोर्स होगा जिसमें इंटरमीडिएट पास युवा प्रशिक्षण ले सकेंगे। अधिकारियों ने कहा कि इस कोर्स को सितंबर में कन्नौज और कानपुर के केंद्रों में शुरू किया जाएगा।
सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट से होगा जुड़ाव
एरोमा प्रोसेस असिस्टेंट कोर्स का मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट से भी जुड़ाव होगा। मालूम हो कि मई माह में मुख्यमंत्री ने कन्नौज में एरोमा पार्क का उद्घाटन किया था। इस पार्क को एफएफडीसी के साथ जोड़ा गया है। अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस कोर्स के शुरू होने से एफएफडीसी के कन्नौज और कानपुर विकास केंद्र में देश के ही नहीं विदेशों से भी प्रशिक्षण लेने के लिए लोग आएंगे।