भीमसेन से पनकी तक नया ट्रैक
कानपुर, जागरण संवाददाता : दिल्ली हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर ट्रेनों की संख्या इतनी अधिक है कि इस रूट की
कानपुर, जागरण संवाददाता : दिल्ली हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर ट्रेनों की संख्या इतनी अधिक है कि इस रूट की ट्रेनों को चलाने के लिए झांसी रेलमार्ग की ट्रेनों को आउटर पर घंटों रोका जाता है। अब झांसी की ट्रेनों को भी बिना रोके चलाने की कवायद की जा रही है। इसके लिए भीमसेन से पनकी तक नया ट्रैक बिछाकर आउटर पर रुकने वाली ट्रेनों को राहत देने की तैयारी है।
रेलवे अभियंताओं ने भीमसेन से पनकी तक सर्वे करके एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसे अगले माह तक रेलवे बोर्ड भेज दिया जाएगा ताकि आगामी रेल बजट में इस योजना को शामिल कराया जा सके। सर्वे के मुताबिक भीमसेन से पनकी तक लगभग दस किमी. नया ट्रैक बिछाकर दिल्ली की तीसरी और चौथी लाइन में जोड़ दिया जाए तो भीमसेन और गोविंदपुरी के आउटर पर ट्रेनों को रुकना नहीं पड़ेगा।
दरअसल दिल्ली व हावड़ा की ओर से आने वाली ट्रेनें एक के पीछे एक लगी रहती हैं जिससे ट्रैक खाली नहीं हो पाता और ट्रेनों को तब तक रोकना पड़ता है, जब तक दिल्ली रूट खाली नहीं हो जाए।
अब नया ट्रैक बिछाये जाने के बाद झांसी की उन ट्रेनों को जिनका ठहराव गोविंदपुरी स्टेशन पर नहीं है, उन्हें तीसरी और चौथी लाइन से सीधे सेंट्रल स्टेशन पहुंचा दिया जाएगा। मालगाड़ियों को सीपीसी रेलवे गोदाम पहुंचाने को भी इस ट्रैक का इस्तेमाल किया जाएगा। जिन ट्रेनों को गोविंदपुरी स्टेशन जाना होगा, वह सीधे पुराने ट्रैक से गोविंदपुरी पहुंच जाएंगी।
गौरतलब है कि दिल्ली से कानपुर के मध्य लगभग 250 सवारी गाड़ियां और 150 मालगाड़ी दौड़ रही जबकि झांसी रेलमार्ग पर 70 से अधिक सवारी गाड़ी और 50 से अधिक मालगाड़ी प्रतिदिन दौड़ रही हैं।
अभी यहां फंसती ट्रेनें
भीमसेन स्टेशन के आउटर पर, जूही यार्ड में, गोविंदपुरी स्टेशन आउटर पर, डायमंड क्रासिंग, दादानगर क्रासिंग समेत कई स्थानों पर ट्रेनें 2-2 घंटे खड़ी रहती हैं।