नहर में डुबोकर की गयी युवक की हत्या
कानपुर, जागरण संवाददाता : पनकी नहर में बुधवार को मिले युवक की शिनाख्त बारासिरोही गड़रियनपुरवा निवा
कानपुर, जागरण संवाददाता : पनकी नहर में बुधवार को मिले युवक की शिनाख्त बारासिरोही गड़रियनपुरवा निवासी संतोष के रूप में हुई है। उसे हाथ-पैर बांधकर नहर में फेंका गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है। परिजनों ने जमीनी विवाद में चाचा व उसके बेटों पर हत्या किए जाने का आरोप लगाया है।
पनकी नहर में लोहे के पुल के पास बुधवार देर शाम 42 वर्षीय युवक का शव मिला था। युवक के हाथ गमछे और पैर लोवर से बंधे थे। पत्नी उर्मिला ने देर रात कल्याणपुर थाने में मृतक की शिनाख्त पति संतोष राजपूत के रूप में की थी। उसने बताया कि पति बंगलुरू में रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी में टर्नर थे। बीती 16 जनवरी को वह घर आए थे, उन्हें मई के अंत में वापस लौटना था। उर्मिला का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले चाचा रामसजीवन ने उनकी सात बिस्वा जमीन अपनी बताकर एक भाजपा नेता को बेच दी थी। बीती 26 अप्रैल को इसी जमीन पर खोदाई व निर्माण कार्य शुरू करा दिया, जिसे लेकर संतोष का चाचा से विवाद हुआ। शिकायत की गयी तो पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय समझौता करा दिया। तीन दिन पहले दोबारा निर्माण शुरू हुआ तो संतोष ने पुलिस से शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोप है कि चाचा रामसजीवन, उनके बेटे सुशील व सतीश और भाजपा नेता ने संतोष को धमकी दी थी। उर्मिला के अनुसार बुधवार तड़के चार बजे संतोष खेत पर गया था लेकिन वापस नहीं लौटा। उर्मिला ने चाचा रामसजीवन उसके दोनों बेटों व भाजपा नेता पर हत्या का आरोप लगाया है। सीओ कल्याणपुर राजेश सिंह ने बताया मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
'पुलिस की ढिलाई से गई जान'
उर्मिला का कहना है कि जमीन को लेकर कई बाद विवाद हुआ। पुलिस से शिकायत की गई लेकिन आरोपियों से पुलिस ने हर बार समझौता करवा दिया। आरोपियों पर कार्रवाई होती तो पति की जान नहीं जाती।
एक चूक से हत्या का खुलासा
शातिरों ने संतोष की हत्या को हादसा दर्शाने के लिए उसेहाथ पैर बांधकर नहर में फेंक दिया। लेकिन उसकी डूबकर मौत होने के बाद वे हाथ पैर में बंधा गमछा व लोवर खोलना भूल गए। इससे हत्या किए जाने की बात सामने आ गई।