जीटी रोड पर फोर नहीं अब सिक्स लेन में भरेंगे फर्राटा
कानपुर, जागरण संवाददाता: जीटी रोड के दिन वैसे तो यूं भी बहुरने वाले थे क्योंकि कानपुर से अलीगढ़ तक इ
कानपुर, जागरण संवाददाता: जीटी रोड के दिन वैसे तो यूं भी बहुरने वाले थे क्योंकि कानपुर से अलीगढ़ तक इसे चार लेन करने का डीपीआर पूरा कर दिया गया था लेकिन बहुत दिनों बाद केंद्र और प्रदेश सरकार किसी एक मुद्दे पर एक साथ खड़े नजर आ रहे हैं और इसके चलते ही कानपुर से अलीगढ़ तक जीटी रोड को अब चार लेन की जगह छह लेन का करने के आदेश जारी हो गये हैं। खुद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसकी घोषणा की है। हालांकि नये डीपीआर और सिक्स लेन के निर्माण में अगले कुछ वर्ष लोगों को परेशानी हो सकती है लेकिन इससे आने वाले कई दशकों के लिए लोगों को राहत मिलेगी। मंत्रालय ने फोर लेन की टेंडर प्रक्रिया पर विराम लगा दिया है। अब नये प्रस्ताव पर ही विचार किया जाएगा। इसका डीपीआर बनने में 15 माह लगेंगे।
जीटी रोड पर वाहनों का बढ़ता दबाव देख इसके चौड़ीकरण की मांग लंबे समय से की जा रही थी। पिछले वर्ष कानपुर से अलीगढ़ तक इस मार्ग को फोरलेन करने के लिए भूतल एवं परिवहन मंत्रालय से हरी झंडी मिलने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अलीगढ़ इकाई ने इसका डीपीआर बनवाने का काम शुरू किया था। साई कंसलटेंट गु्रप ने डीपीआर तैयार कर प्राधिकरण को सौंप दिया था। जिसके लिए उसे ढाई करोड़ का भुगतान तय हुआ था। मंत्रालय टेंडर प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। वहीं इसी बीच केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस मार्ग को सिक्स लेने बनाने की घोषणा कर दी।
फोर लेन का इंतजार कर रहे लोगों को तुरंत राहत न मिलने की वजह से थोड़ा झटका तो लगा है लेकिन लोगों का मानना है कि नये प्रोजेक्ट के लिए क्योंकि दोनों ही सरकार तैयार हैं, इसलिए यह काम तेजी से पूरा हो जाएगा। पिछली बार की तरह यह वर्षो लटकेगा नहीं। सिक्स लेन के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा, इसकी वजह से आने वाले समय में लोगों को काफी राहत होगी।
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छह वर्ष पहले मिली थी मंजूरी
कानपुर से अलीगढ़ तक जीटी रोड को फोरलेन बनाने की मंजूरी तो छह साल पहले ही मिल गई थी। केंद्र सरकार ने एक हजार करोड़ रुपये भी मंजूर कर दिए थे। लैंको कंपनी को जीटी रोड के चौड़ीकरण का ठेका भी दिया गया था लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर न करने की वजह से कंपनी काम नहीं कर पाई थी। काम में देरी हुई तो लागत भी बढ़ गई। जब लैंकों ने बढ़ी लागत मांगी तो प्राधिकरण इस पर तैयार नहीं हुआ परिणामस्वरूप कंपनी ने बीते वर्ष काम करने से ही मना कर दिया था।
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परियोजना निदेशक ने किये थे प्रयास
जीटी रोड पर जाम की समस्या से बखूबी परिचित प्राधिकरण के तत्कालीन परियोजना निदेशक राजीव अग्रवाल ने फिर से पूरी प्रक्रिया शुरू करने का भूतल एवं परिवहन मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा तो वहां से हरी झंडी मिलने के बाद यह प्रक्रिया पूरी हुई। करीब 298 किमी लंबे इस मार्ग पर कानपुर से अलीगढ़ के बीच कानपुर में उत्तरीपुरा के पास दो जगहों पर रेलवे क्रासिंग की वजह से बाईपास ओवरब्रिज बनाया जाएगा।
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13 गांव की भूमि अधिग्रहीत
जिले में 13 गांवों की भूमि के अधिग्रहण की अधिसूचना भी पांच साल पहले ही जारी हो गई थी। अब सिर्फ मुआवजा राशि का वितरण किया जाना है।
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कानपुर में यहां बनेंगे बाईपास
-उत्तरीपुरा के पास दो जगह रेलवे क्रासिंग के चलते बाईपास ओवरब्रिज।
-चौबेपुर व बिल्हौर में बस्ती के चलते बाइपास।