Move to Jagran APP

घटिया इंजीनिय¨रग से शहर को 'झटके'

संग्राम सिंह, कानपुर उन्हें इंजीनिय¨रग में पढ़ाया गया था कि कुछ भी हो जाए लेकिन पॉवर ट्रांसफार्मर

By Edited By: Published: Mon, 31 Aug 2015 01:19 AM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2015 01:19 AM (IST)
घटिया इंजीनिय¨रग से शहर को 'झटके'

संग्राम सिंह, कानपुर

loksabha election banner

उन्हें इंजीनिय¨रग में पढ़ाया गया था कि कुछ भी हो जाए लेकिन पॉवर ट्रांसफार्मर जलने न पाये लेकिन बीते एक साल में लापरवाह अभियंताओं ने 13 पॉवर ट्रांसफार्मरों को जला दिया। इससे केस्को की साख पर बट्टा तो लगा ही। जनता भी दर्द सहने को विवश है। इन अभियंताओं ने अगर ऐसे ही इंजीनिय¨रग पास की है तो इनसे लाख गुना अच्छे वे सब स्टेशन आपरेटर हैं जिनसे जेई का काम लिया जा रहा है। जी हां, बात थोड़ी कड़वी जरूर है मगर दिल से लें तो समझ में आ जाएगी।

45 से 50 लाख रुपये की लागत वाले इन पावर ट्रांसफार्मरों को जलाकर भी केस्को को चैन नहीं मिल रहा, वही अभियंता हर रोज अपनी करतूत से जनता को दर्द दे रहे हैं। आइए, उनकी उन लापरवाही पर नजर डालते हैं, जिन पर यदि गौर किया जाता तो जनता 30 से 45 घंटे तक बिजली कटौती का दंश न झेलती।

----------

सेंट्रीफ्यूजिंग : तेल की ताकत दोगुनी होती है, इसलिए ट्रांसफार्मर में भरा गया तेल निकाल कर फिर से फिल्टर करने का प्रावधान है ताकि अंदर जमे कार्बन को अलग किया जाए। यही कार्बन तेल में अर्क पैदा करता है और तेल की ताकत को आधा करने का काम करता है।

----------

ब्रेक डाउन वोल्टेज : पॉवर ट्रांसफार्मर का जीवन बढ़ाने के लिए आवश्यक है कि समय-समय पर ब्रेक डाउन वोल्टेज की चेकिंग की जाए। लोड होने पर अंदर की वाइंडिंग गरम हो जाती है। तेल उसे ठंडा करने का काम करता है। इसलिए आयल व वाइंडिंग टेम्प्रेचर की जांच होनी चाहिए।

--------------

तीन बार ट्रिपिंग में टेस्टिंग : लोड के वक्त यदि लाइन तीन बार ट्रिप करती है तो सब स्टेशन की जिम्मेदारी होती है कि वह टेस्ट डिवीजन के अधिकारियों से टेस्टिंग कराए। फिर लोड दें लेकिन इस कसौटी पर केस्को फेल हो रहा है।

अर्थिग की चेकिंग : ट्रांसफार्मर के लोड को बनाए रखने के लिए जितनी जरूरत तेल की होती है, उससे कहीं ज्यादा आवश्कता अर्थिग चेक करने की होती है। यह ट्रांसफार्मर से निकलने वाली बिजली को संयमित करता है। लाइन की गड़बड़ी का सीधा प्रभाव पॉवर ट्रांसफार्मर पर नहीं पड़ने देती।

ऑयल इंडीकेटर से नजर : तेल पर नजर रखने के लिए पॉवर ट्रांसफार्मर में आयल इंडीकेटर लगे रहते हैं। इसमें लगे निडिल कंजरवेटर से तेल का लेवल पता चलता है। ट्रांसफार्मर की टंकी में लोड के वक्त आधा से तीन चौथाई तेल हमेशा होना चाहिए ताकि वाइंडिंग के गरम होने पर ट्रांसफार्मर न जले।

समय पर गैस निकासी जरूरी : लोड के समय फाल्ट आने पर पॉवर ट्रांसफार्मर में सल्फर डाई आक्साइड गैस बनती है। इस गैस को निकाल कर फिर से आन किया जाए ताकि पॉवर ट्रांसफार्मर में किसी तरह की दिक्कत पैदा न हो सके।

-----------

ट्रांसफार्मर तापमान का मानक

विधि अधिकतम तापमान

आयल 80 डिग्री सेल्सियस

वाइंडिंग 90 डिग्री सेल्सियस

अंतर हो 10 डिग्री सेल्सियस

-----------

10 एमवीए के छह ट्रांसफार्मर फुंके

एक माह में बीएस पार्क व विकास नगर सब स्टेशन में लगे पॉवर ट्रांसफार्मर एक के बाद एक फुंके। गुमटी, आरपीएच, चमनगंज व गंगा बैराज में लगे 10 मेगावाट के पॉवर ट्रांसफार्मर जलने से केस्को को बड़ी आर्थिक चोट पहुंची है।

----------

ये पॉवर ट्रांसफार्मर भी दगे

सब स्टेशन मेगावाट

रतनपुर 08

दबौली 08

दहेली सुजानपुर 05

बिठूर 05

अफीम कोठी 05

झाड़ी बाबा 05

एसबीआई 1.5

------------

स्टोर में सिर्फ एक पॉवर ट्रांसफार्मर

पुराने सब स्टेशनों पर लगाने के लिए अब केस्को के स्टोर डिवीजन में 10 एमवीए का सिर्फ एक ट्रांसफार्मर स्टाक में बचा हुआ है। दो ट्रांसफार्मर थे, जिसमें से एक को बीएस पार्क सब स्टेशन में जले ट्रांसफार्मर के बदले लगा दिया गया। स्टोर डिवीजन ने डिमांड शासन में भेजी है।

----------------

कौन ट्रांसफार्मर कितना पीता तेल

क्षमता तेल लीटर में

10 एमवीए 2700-3000

05 एमवीए 1800-2000

630 केवीए 750-800

400 केवीए 450-480

250 केवीए 360-380

100 केवीए 200-220

63 केवीए 180-210


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.