शव रख मुगल रोड जाम, पुलिस ने भांजी लाठियां
घाटमपुर, संवाद सहयोगी: गांव रेउना स्थित ससुराल आए युवक की देर रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। हत्या
घाटमपुर, संवाद सहयोगी: गांव रेउना स्थित ससुराल आए युवक की देर रात संदिग्ध हालात में मौत हो गई। हत्या का आरोप लगा मृतक के परिजनों व महिलाओं ने शव को सीएचसी के सामने रख करीब तीन घंटे मुगल रोड जाम रखा और हंगामा काटा। पुलिस ने जाम लगाए महिलाओं व परिजनों पर लाठियां भांजीं और शव को छीन लिया।
फतेहपुर जनपद के थाना चांदपुर के गांव बबई के मजरा मठ निवासी रतीराम रैदास के पुत्र रामचंद्र (36) की ससुराल क्षेत्र के गांव रेउना निवासी बाबूराम के घर में है। करीब 10 दिन पूर्व मठ पहुंचे बाबूराम के पुत्र शीलू व हरिश्चंद्र बहन शशिकांती को लिवा लाए थे। जिसे लिवाने रामचंद्र शुक्रवार सायं करीब 3 बजे ससुराल रेउना पहुंचा था। देर रात उसकी हालत बिगड़ी। जिसे उसकी पत्नी शशिकांती व ससुराली जन रेउना पीएचसी ले गए। जहां से डाक्टरों ने सीएचसी रेफर किया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही रामचंद्र ने दम तोड़ दिया। सूचना पाकर मृतक पक्ष की दर्जनों महिलाएं व पुरुष सीएचसी पहुंचे और हंगामा काटकर साले शीलू व हरिश्चंद्र, पत्नी शशिकांती व गांव मठ के ही निवासी साढ़ू सुरेश उर्फ मंझिल पर हत्या का आरोप लगाने लगे। हंगामा बढ़ता देख सीएचसी पर मौजूद मृतक का साला हरिश्चंद्र मौके से खिसक गया। उग्र परिजनों ने रेउना चौकी इंचार्ज सत्य प्रकाश यादव पर आरोपी को भगाने का आरोप लगा शव को सड़क पर उठा लाए और मुगल रोड जाम कर दिया। करीब तीन घंटे तक चले जाम के दौरान पुलिस ने परिजनों को भरसक समझाने का प्रयास किया। प्रत्यक्षदर्शी बताए जा रहे मृतक के 12 वर्षीय पुत्र शिवम से भी पूछताछ की और मुकदमा पंजीकृत कर कठोर कार्रवाई का भरोसा दिया लेकिन बात न बनती देख पुलिस ने सड़क पर बैठी महिलाओं व परिजनों पर लाठियां चलाईं। शव को छीन कर टेंपो में लादकर पुलिस निकल गई। लाठीचार्ज के दौरान मृतक पक्ष की महिलाओं ने भी पुलिस कर्मियों से जमकर मारपीट की। कार्यवाहक थानाध्यक्ष जेपी शर्मा ने बताया कि मृतक के पिता की तहरीर पर दोनों साले, पत्नी व साढ़ू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या व जाम लगाने वाले लोगों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा समेत कई अन्य दफाओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
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इकलौता पुत्र था मृतक
घाटमपुर: ससुराल में संदिग्ध हालात में मरा रामचंद्र वृद्ध रतीराम का इकलौता पुत्र था। रामचंद्र के दो पुत्र और एक पुत्री है। जो उसकी मौत के बाद बेसहारा हो गए। सड़क पर बिलख रही महिलाओं व परिजनों के बीच उसका पुत्र शिवम व शुभम, पुत्री राखी शव के समीप मां शशीकांती के साथ शांत बैठे रहे।