सरैया क्रासिंग पुल को रेलवे के परीक्षण का इंतजार
कानपुर, जागरण संवाददाता: गंगा बैराज मार्ग के रास्ते उन्नाव होते हुए लखनऊ जाने वाले प्राकृतिक वातावरण
कानपुर, जागरण संवाददाता: गंगा बैराज मार्ग के रास्ते उन्नाव होते हुए लखनऊ जाने वाले प्राकृतिक वातावरण देख बहुत खुश होते हैं किंतु सरैया क्रासिंग के पास रेलवे बंद गेट उन्हें उसी तरह की समस्या से रूबरू कराता है जो उन्हें जाजमऊ के रास्ते पर जाम के रूप में मिलती थी।
बैराज मार्ग बनने के बाद से ही सरैया क्रासिंग पर रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) की जरूरत महसूस होने लगी थी। मंडलायुक्त मोहम्मद इफ्तिाखारुद्दीन ने इस पर सेतु निगम के माध्यम से शासन को पत्र भी भेजा। शासन ने इस क्रासिंग पर आरओबी को जरूरी बताते हुए रेलवे को इसके निर्माण के लिए पत्र लिखा तो मामला आगे बढ़ा। बताते हैं रेलवे ने आरओबी बनाने के लिए टीवीयू (ट्रेन व्हीकिल यूनिट) का मानक निश्चित कर रखा है जिसके पूरा होने पर ही आरओबी की मंजूरी देता है। शुरुआती दौर में टीवीयू के लिए सर्वे में मानक नहीं पूरा होता था किंतु पुल बनने के बाद से दिन भर में हजारों वाहन आते जाते हैं, इसके लिए रेलवे, सेतु निगम और लोनिवि की संयुक्त टीम ने सर्वे किया तो टीवीयू 5.46 लाख आंकी गई।
इसी माह के पहले सप्ताह में गाजियाबाद में रेलवे, सेतु निगम और लोनिवि (लोक निर्माण विभाग) की संयुक्त बैठक में 98 हजार वाली पुरानी टीवीयू वाली रिपोर्ट पेश हो गई जिस पर रेलवे ने आरओबी का प्रस्ताव खारिज कर दिया। बाद में सेतु निगम के अधिकारियों ने उन्हें बताया कि दूसरी टीवीयू 5.46 लाख है जिसके आधार पर आरओबी बनाना चाहिए तो तय हुआ कि अब रेलवे अपने स्तर पर परीक्षण करेगा। कमिश्नर मोहम्मद इफ्तिखारुद्दीन ने सेतु निगम के अधिकारियों को पत्र लिख कर कहा है कि वह रेलवे के अधिकारियों को 5.46 लाख टीवीयू वाली रिपोर्ट के बारे में पूरी जानकारी दें ताकि आरओबी पर निर्णय कर निर्माण प्रक्रिया शुरु हो सके।
सांसद जोशी ने भी लिखा पत्र
सांसद डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने भी गंगा बैराज मार्ग पर पड़ने वाली सरैया रेलवे क्रासिंग पर पुल बनाने के लिए जनवरी में रेलवे को पत्र लिखा था। सेतु निर्माण निगम ने सरैया क्रासिंग पर फोरलेन पुल के लिए 73 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार कर रेल मंत्रालय को अपने हिस्से का निर्माण कराने को पत्र लिखा था।
रेलवे का मानक
बीते साल मार्च में रेल और सड़क यातायात के भार को देखकर उसकी टीवीयू (ट्रेन व्हीकिल यूनिट) रिपोर्ट तैयार कर रेलवे के आला अधिकारियों को भेजी गई थी। रिपोर्ट के अनुसार सरैया रेलवे क्रासिंग की औसतन टीवीयू 5,46,017 है। इसके पहले कराए गये सर्वे में सरैया रेलवे क्रासिंग 40 सी पर टीवीयू लगभग 98 हजार थी। रेलवे के नियमानुसार एक लाख से अधिक टीवीयू होने पर उस गेट को इंटरलाक्ड तथा उस पर सिग्नल का लगाया जाना आवश्यक हो जाता है। इसी तरह जिस क्रासिंग पर टीवीयू डेढ़ लाख से ऊपर हो जाती है तो वहां पर आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) या आरयूबी (रेलवे अंडरब्रिज) बनाना जरूरी हो जाता है। सरैया रेलवे क्रासिंग से 24 घंटे के भीतर लगभग 130 ट्रेनों का आवागमन होता है। इसके अलावा इस क्रासिंग से सड़क यातायात के करीब 4600 दोपहिया और चौपहिया वाहन आवागमन करते हैं।