पिता की कब्र में बेटे का शव दफनाने पर 'रार'
कानपुर, जागरण संवाददाता: पिता की कब्र को खोदकर उसी में बेटे के शव को दफनाने का कुछ लोगों ने विरोध क
कानपुर, जागरण संवाददाता: पिता की कब्र को खोदकर उसी में बेटे के शव को दफनाने का कुछ लोगों ने विरोध कर दिया। फादर ने लिखित में दफनाने की इजाजत दी तो मामला सुलझ गया लेकिन विरोध करने वाले क्रिश्चियन सेमेटरी बोर्ड के पूर्व सचिव ने इजाजत देने वाले फादर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी की है।
छपेड़ा पुलिया निवासी सिल्वेस्टर की 35 वर्ष पूर्व मृत्यु होने पर बकरमंडी स्थित इसाई कब्रिस्तान में उन्हें दफना दिया गया था। उन्होंने अपनी वसीयत में कहा था कि मेरे बेटे को भी मेरी कब्र में ही दफनाया जाए। शुक्रवार को सिल्वेस्टर के बेटे पीटर सिल्वेस्टर की मौत हो गई तो परिजन क्रिश्चियन सेमेटरी बोर्ड के सचिव पादरी डायमंड यूसुफ से पिता की कब्र में बेटे को दफनाने की इजाजत ले आए। रविवार को पीटर को दफनाने के लिए उनके पिता की कब्र को खोदने का काम शुरू हुआ। इसी दौरान क्रिश्चियन सेमेटरी बोर्ड के पूर्व सचिव अजीत एंसन को इसकी जानकारी हुई तो वे कब्रिस्तान पहुंचे और विरोध किया। मामला बढ़ते देख मृतक के परिजन कब्रिस्तान पहुंचे लेकिन इस दौरान क्रिश्चियन सेमेटरी बोर्ड के चेयरमैन एवं सेंट जैवियर्स के फादर बाबू ने लिखित में दे दिया कि शव उसी कब्र में दफनाया जा सकता है। इसपर बेटे को पिता की कब्र में दफना दिया गया। क्रिश्चियन सेमेटरी बोर्ड के पूर्व सचिव ने कहा कि डीएम की इजाजत के बगैर किसी भी कब्र को खोदकर उसमें दूसरा शव नहीं दफनाया जा सकता। बाइबिल में भी इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि इजाजत देने वाले फादर बाबू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।