चंद्रग्रहण पर स्नान व दान देगा शुभ फल
कानपुर, जागरण संवाददाता : चंद्रग्रहण पर स्नान, दान और मंत्रों का जाप करने से अनंत गुना फल की प्राप्त
कानपुर, जागरण संवाददाता : चंद्रग्रहण पर स्नान, दान और मंत्रों का जाप करने से अनंत गुना फल की प्राप्ति होती है। इस दौरान जिन मंत्रों का जाप होता है, वे मंत्र सिद्ध हो जाते हैं। इस बार चार अप्रैल को खग्रास चंद्रग्रहण पड़ेगा जो पूरे देश में दिखेगा। ग्रहण का सूतक सुबह 6.46 बजे से लग जाएगा। इस दौरान मंदिरों के पट बंद रहेंगे और मोक्ष के बाद ही खुलेंगे।
पद्मेश इंस्टीट्यूट ऑफ वैदिक साइंसेज के संस्थापक अध्यक्ष केए दुबे पद्मेश के मुताबिक सूतक लगने के बाद मूर्तियों और प्रतिमाओं का स्पर्श नहीं करना चाहिए। ग्रहण काल में पूजन, पूर्वजों के निमित्त तर्पण और श्राद्ध कर्म अवश्य करना चाहिए। इस दौरान हवन और मंत्रों का जाप विशेष फल प्रदान करता है। ग्रहण के पूर्व और मोक्ष के बाद स्नान अवश्य करना चाहिए। ग्रहण काल में गुरु दीक्षा का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त होता है।
ग्रहण का समय
शुरू होगा : शाम 6.46 बजे
समाप्ति : शाम 7.15 बजे
सूतक : सुबह 6.46 बजे
राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव
0 वृष, मिथुन, सिंह, कन्या, कुंभ राशि के लिए ग्रहण कष्टदायी होगा।
0 मेष, कर्क, वृश्चिक, धनु राशि के लिए उत्तम होगा।
0 मीन, तुला, मकर राशि के लिए सामान्य फल देने वाला होगा।
गर्भवती स्त्रियां न करें चंद्रदर्शन
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए। इस अवधि में लेटना भी अनुचित है। हो सके तो स्नान करने के उपरांत मंत्रों का जाप करना चाहिए। रामचरित मानस का पाठ करना चाहिए।
दान करने से अनंत पुण्य
ग्रहण के समय गंगा स्नान, गरीबों और ब्राह्माणों को दान करना चाहिए। गाय और गंगा का पूजन करने से अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है।
बुजुर्ग इस समय तक कर लें भोजन
सूतक लगने के बाद भी सुबह 9.46 बजे तक बच्चे, बुजुर्ग और बीमार व्यक्ति फलाहार कर सकते हैं।