घंटाघर का घुट रहा दम
(जागरण विचार) नगर निगम कार्यकारिणी ने बड़ा सही फैसला लिया है कि शहर के सर्वाधिक व्यस्त स्थल
(जागरण विचार)
नगर निगम कार्यकारिणी ने बड़ा सही फैसला लिया है कि शहर के सर्वाधिक व्यस्त स्थल घंटाघर चौराहे को अतिक्रमण मुक्त करके नो टेंपो जोन बनाया जाए। ऐसा होने से शहरवासियों को उस समस्या से निजात मिलेगी, जो रेल यात्रा के लिए सेंट्रल स्टेशनआने-जाने में झेलनी पड़ती है। शहर के इस प्रवेश द्वार पर अतिक्रमण, जाम, यातायात अराजकता और गंदगी के कारण अक्सर निवासियों को मेहमानों के सामने शर्मिदा होना पड़ता है। उम्मीद है कि अब नगर निगम सदन भी कार्यकारिणी के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाने के साथ घंटाघर चौराहे के बदतर हाल दूर करने के लिए अफसरों की जवाबदेही तय करते हुए समयबद्ध कार्ययोजना बनाने और उसे लागू करने के साथ निगरानी के निर्देश भी देगा।
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कानपुर, जागरण संवाददाता : घंटाघर, सेंट्रल स्टेशन के रास्ते शहर आने का मुख्य प्रवेश द्वार है, लेकिन यहां फैली यातायात अराजकता, अतिक्रमण, शोर व प्रदूषण पहली ही नजर में कानपुर की बदहाली की तस्वीर बयां कर देता है। रही सही कसर टेंपो वाले पूरी कर देते हैं, उन्होंने चौराहे के चारों तरफ अवैध स्टैंड बना रखे हैं, तो ठेले व रिक्शों का जमावड़ा भी रास्ता रोक लेता है। ऐसे में जिस तरह पहले रोडवेज बसों का अड्डा हटाकर घंटाघर को खुली हवा में सांस लेने का मौका दिया गया था, उसी तरह अब फिर से जीवनदान देने की जरूरत है।
जागरण टीम ने गुरुवार को घंटाघर चौराहे का निरीक्षण किया तो पाया कि यहां तीन जगह टेंपो स्टैंड चलते हैं। घंटाघर चौराहे से जरीब चौकी की तरफ जाने के लिए टेंपो स्टैंड मंजूश्री टाकीज के पास है, लेकिन टेंपो वाले सवारी भरने के लिए चौराहे पर ही खड़े रहते हैं। दूसरा स्टैंड घंटाघर पुल पर बना है यहां से टाटमिल चौराहे की ओर टेंपो जाते है। यह स्टैंड भी चौराहे का रास्ता रोकता है। तीसरा स्टैंड एक्सप्रेस रोड पर है, लेकिन टेंपो घंटाघर चौराहे पर ही खड़े होते है। चौराहे पर आड़े-तिरछे खडड़ होने वाले इन टेंपो के कारण दोपहर 11.42 बजे जाम लगा नजर आया। रिक्शे पर कलक्टरगंज सेंट्रल स्टेशन जा रही सवारियां फंस गयीं। ट्रेन छूटती देखकर दो सवारियां रिक्शा छोड़कर पैदल ही स्टेशन की तरफ भागीं। बढ़ते यातायात के मुताबिक व्यवस्था न होने से भी चौराहे पर जाम लग रहा था। ठेले व रिक्शे वालों ने चौराहे को चारों तरफ घेर रखा था। चौराहे के आसपास खुले होटलों ने भी सड़क तक कब्जा कर रखा है।
इन बातों से बन सकती बात
0 चौराहे का घेरा कम किया जाए।
0 नो वेंडिंग जोन में खड़े होने वाले ठेलों से एक हजार रुपये जुर्माना वसूला जाए।
0 तीनों टेंपो स्टैंडों की हद तय करके नियम तोड़ने पर टेंपो जब्त किया जाए।
0 ठेले व रिक्शे चौराहे के चारों तरफ से हटाए जाएं।
0 चौराहे पर होटलों का अतिक्रमण हटाकर अन्य कब्जे भी हटाए जाएं।
0 चौराहे की यातायात इंजीनिय¨रग सुधार कर और सिपाही व होमगार्ड तैनात हों।