पुरातन छात्र उठाएंगे गरीब बच्चों की पढ़ाई का खर्च
कानपुर, जागरण संवाददाता : आईआईटी केंद्रीय विद्यालय के पुरातन छात्रों ने गरीब बच्चों की पढ़ाई का बीड़ा
कानपुर, जागरण संवाददाता : आईआईटी केंद्रीय विद्यालय के पुरातन छात्रों ने गरीब बच्चों की पढ़ाई का बीड़ा उठाया है। स्कूल के ऐसे पांच बच्चों की ट्यूशन फीस देने के अलावा यह छात्र उनकी पढ़ाई से जुड़ी अन्य जरूरतों को पूरा करने के लिए आर्थिक मदद देंगे। रविवार को स्कूल के पुरातन छात्र सम्मेलन में पहुंचे पुराने छात्रों ने इसकी घोषणा की। इस साल से पांच छात्रों को एल्युमिनाई एसोसिएशन छात्रवृत्ति देगा। इन पुरातन छात्रों में रत्नाकर सिंह पहले दो छात्रों की फीस का खर्च उठा चुके हैं।
केंद्रीय विद्यालय को ऊंचाईयों तक पहुंचाने के लिए पुरातन छात्रों ने बताया कि उनकी ओर से आर्थिक सहायता का सिलसिला जारी रहेगा। यह सहायता केवल गरीब बच्चों को आर्थिक मदद दिए जाने तक ही सीमित नहीं है बल्कि स्कूल की हर जरूरत को पूरा किया जाएगा। इस कड़ी में रत्नाकर सिंह ने स्कूल की वेबसाइट तैयार करने का खर्च उठाया है। इस सम्मेलन में पहुंचने वालों में वह छात्र भी शामिल थे जो अब विदेशों में बस गए हैं। 74 बैच के हेमंत शर्मा व 79 बैच के मनोहर शर्मा उन्हीं में से एक थे। यह छात्र दक्षिण अमेरिका व यूरोप से इस सम्मेलन में शिरकत करने के लिए आए है। समारोह में प्रधानाचार्य कन्हैया तिवारी, आरके कटियार, आरसी यादव, मनोज पांडेय, पूनम वर्मा व रूपम मिश्रा को प्रोत्साहन पुरस्कार से नवाजा गया। इस मौके पर एसोसिएशन के महासचिव नरेश कुमार चौधरी समेत कई लोग मौजूद थे।
स्कूल से मिली राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बनने की प्रेरणा :
पुरातन छात्र सम्मेलन में नेशनल एथलीट में भाग ले चुकीं विनीता बर्तवाल, सुनीता बर्तवाल के अलावा वालीबाल के खिलाड़ी रहे सुरेंद्र बाजपेई जैसे भी शिरकत करने पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस स्कूल से ही उन्हें खेलकूद में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली।
सबसे पुराने शिक्षक ने बढ़ाई समारोह की शान :
समारोह में स्कूल के सबसे पुराने व सबसे उम्रदराज 86 वर्षीय शिक्षक आरएस चौधरी ने पहुंचकर कार्यक्रम की शान बढ़ा दी। इनके अलावा स्कूल के पुरातन छात्र जो अब आईआईटी में डीन ऑफ एकेडमिक अफेयर डॉ. नीरज मिश्रा, केमिकल इंजीनिय¨रग के प्रो. संजीव गर्ग, मेटलर्जी के प्रो. अनीस उपाध्याय पर कार्यरत हैं उन्होंने भी समारोह में शिरकत की।