मुस्लिमों को इस्लामी शिक्षा से एकजुट करेगा जमीअत
कानपुर, जागरण संवाददाता: शहर जमीअत उलमा ने बारह रबीउल अव्वल को रहमत आलम महीना के रूप में मनाने का फै
कानपुर, जागरण संवाददाता: शहर जमीअत उलमा ने बारह रबीउल अव्वल को रहमत आलम महीना के रूप में मनाने का फैसला लिया है। इस अभियान में मुस्लिमों को इस्लामी शिक्षा देकर उन्हें एकजुट करने की मुहिम बुधवार से छेड़ेंगे।
सोमवार को मदरसा जामिया महमूदिया अशरफुल उलूम अशरफाबाद जाजमऊ में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। अध्यक्षता कर रहे जमीअत के महामंत्री मौलाना मतीनुल हक ओसामा कासिमी ने कहा कि इस्लाम अमन की मजहब है, अल्लाह के रसूल पैगंबर मोहम्मद साहब ने इंसानियत का पैगाम दिया। बारह रबी उल अव्वल माह में शहर में जलसे होंगे जिसकी शुरूआत पहली रबीउल अव्वल 24 दिसंबर को अशरफाबाद जाजमऊ से होगी।
मौलाना ने बताया कि 25 दिसंबर को नबी रहमत का पैगाम इंसानियत के नाम कुलीबाजार में होगा। ऐसे ही 27 दिसंबर को अजीतगंज और 30 दिसंबर को मजार चौराहा जाजमऊ में रहमत आलम कांफ्रेंस आयोजित होगी।
मौलाना ने बताया कि पहली जनवरी 2015 को जलसा सीरत उन नबी व सीरत-ए-सहाबा पटकापुर और दो जनवरी को कर्नलगंज मे होगा। पांच जनवरी को सीरत खातमुल अंबिया लेडीज मार्केट मछरिया बाजार में होगा। ऐसे ही 12 जनवरी को शफा-ए-महसर कांफ्रेंस बकरमंडी ढाल पर होगी। इसके अलावा जाजमऊ में ऊंचा टीला, संजय नगर, सरैया, केडीए कालोनी, कच्ची सराय, गड़रिया मोहाल आदि क्षेत्र में अभियान चलाकर युवाओं को इस्लामी शिक्षा देकर उन्हें राहरास्त पर लायेंगे। मौलाना नूरुद्दीन कासिमी, मौलाना अनीसुर्रहमान कासिमी, डॉ. हलीमुल्ला खां, मौलाना अब्दुल मुईद चौधरी ने विचार रखे।