हिम्मत है तो हमको पकड़कर दिखाओ
कानपुर, जागरण संवाददाता : आरटीओ मार्ग कहने को तो नो टेंपो जोन है लेकिन धड़ल्ले से टेंपो दौड़ रहे हैं।
कानपुर, जागरण संवाददाता : आरटीओ मार्ग कहने को तो नो टेंपो जोन है लेकिन धड़ल्ले से टेंपो दौड़ रहे हैं। खुलेआम यातायात विभाग को चुनौती दे रहे हैं कि हिम्मत है तो हमको पकड़कर दिखाओ। गुरुवार को ट्रैफिक विभाग की क्रेन खड़ी रहने के बावजूद टेंपो यातायात व्यवस्था को ध्वस्त करते रहे। इनकी अराजकता के चलते दिनभर लोगों को जाम से जूझना पड़ा।
नवंबर माह को यातायात माह के रूप में बनाया जा रहा हैं। इसको खत्म होने में सिर्फ तीन दिन बचे हैं, लेकिन अभी तक आरटीओ मार्ग पर अराजकता मचा रहे टेंपो को ट्रैफिक विभाग रोक पाने में नाकाम साबित हुआ है। ऐसे में यह यातायात माह तमाशा बनकर रह गया है। मजे की बात यह है कि आड़े-तिरछे वाहन उठाने को यातायात विभाग की क्रेन आई थी पर टेंपो की तरफ उसकी नजर नहीं गयी। सामने से गुजर रहे टेंपो मानों दिखायी ही नहीं दे रहे थे।
अतिक्रमणकारियों ने बिगाड़ी व्यवस्था
अतिक्रमणकारियों ने व्यवस्था ध्वस्त करने में रही-सही कसर पूरी कर दी। खोदाई के कारण बांस लगाकर रास्ता बंद कर दिया गया है। अतिक्रमण किए दुकानदारों ने खाद्य सामग्री बेचने के लिए बांस बल्ली हटा दी। इसके चलते लोगों को यह नहीं समक्ष में आ रहा था कि आगे रास्ता खुला है या बंद। इसकी वजह से जाम लगा रहा।
व्यवस्था सुधारने के लिए जनता जागी
यातायात व्यवस्थित करने के लिए जनता जागी है। आरटीओ मार्ग का मुख्य रास्ता प्रभावित होने के कारण लोग पार्क के बगल से गुजर रहे हैं। गुरुवार को जनता ने वाहनों को फुटपाथ पर खड़ा किया ताकि सड़क पर आवागमन बाधित नहीं हो।