क्षमा कीजिए मुख्य सचिव जी..
कानपुर, जागरण संवाददाता: मुख्य सचिव ने प्रदेश भर में 6 से 14 साल तक के स्कूली बच्चों को हर हाल में 15 अक्टूबर तक नि:शुल्क यूनीफार्म वितरित करने के निर्देश दिए हैं। इस आदेश का अनुपालन करने में परेशानी यह है कि बिना ग्रांट मिले यह काम संभव नहीं है। फिलहाल सांसत में फंसे अधिकारी कागजी घोड़े दौड़ा रहे हैं। लेकिन समस्या यह है कि बिना धन के कपड़ा कैसे खरीदें और उसे सिलवाएं किससे।
यूनीफार्म वितरण के लिए जिला अधिकारी की अध्यक्षता में एक समिति बनेगी जिसमें सीडीओ, उद्योग विभाग के प्रबंधक, मुख्य अथवा वरिष्ठ कोषाधिकारी, डायट प्राचार्य, डीआईओएस व बीएसए सदस्य होंगे। वे यूनीफार्म की गुणवत्ता, समय से वितरण शुरू करके समय से पूरा करने पर नजर रखेंगे। विद्यालय प्रबंध समितियों के अध्यक्ष व सचिव प्रभारी अधिकारी नामित होंगे, वे कपड़े का सैंपल प्राप्त करने, उसकी गुणवत्ता, रंग में समानता परखने आदि का काम करेंगे। यूनीफार्म वितरण के लिए विद्यालय प्रबंध समिति पूरी तरह से जिम्मेदार होगी। चार सदस्यों की एक समिति कोटेशन अथवा टेंडर के माध्यम से कपड़ा क्रय करेगी। सभी बच्चों की नाप लेकर उसी के अनुसार यूनीफार्म सिलवाकर वितरित की जाएगी।
इंसेट) प्रचार प्रसार पर जोर
इस बार शासन ने यूनीफार्म वितरण के प्रचार प्रसार पर भी जोर दिया है। बीएसए पर्चा छपवाकर विद्यालय प्रबंध समिति व ग्राम्य शिक्षा समिति के सभी सदस्य व ग्राम उनका वितरण कराएंगे। समाचार पत्रों के माध्यम से भी प्रचार किया जाएगा।
यह होगी वितरण प्रक्रिया
स्कूलों में यूनीफार्म का वितरण सांसद, विधायक अथवा अन्य जनप्रतिनिधियों व अभिभावकों की उपस्थिति में किया जाएगा। एक टास्क फोर्स वितरण का अनुश्रवण करेगी। धुलने पर यूनीफार्म का रंग फीका पड़ने, सिकुड़ जाने की शिकायतें प्राप्त होने पर कार्रवाई होगी। इस संदर्भ में जानकारी देने के लिए जिला, मंडल व प्रदेश स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाए गए हैं।
------------
जिले की तस्वीर
बच्चे होंगे लाभान्वित : 2,16, 264
प्रति बच्चे को मिलेंगे : दो सेट
कीमत होगी : 400 रुपए
कुल खर्च होगा : 8.65 करोड़
यूनीफार्म का रंग : खाकी
बालकों को : पैंट व शर्ट
बालिकाओं को : स्कर्ट ब्लाउज अथवा सलवार कुर्ता
----
ग्रांट नहीं आई है फिर भी आदेश के मुताबिक तैयारी शुरू कर दी गई है। स्कूलों को भी निर्देश भेजे जा रहे हैं।
- ब्रजेश शर्मा, जिला प्रभारी सर्व शिक्षा अभियान।