लटकी बैठक से अटके काम
कानपुर, जागरण संवाददाता : एचबीटीआई प्रबंध मंडल की बैठक डेढ़ साल से न होने के कारण कुलसचिव व डीन की नियुक्ति सहित दर्जन भर मामले लटके पड़े हैं। संस्थान की नियमावली के अनुसार साल में तीन बैठक होनी चाहिए। तत्कालीन कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर जेएसपी राय के कार्यकाल में अंतिम बैठक जनवरी 2013 में हुई थी।
दरअसल एचबीटीआई में कुछ पदों पर की गई नियुक्तियां वर्षो से सवालों के घेरे में है। इन नियुक्तियों को लेकर प्रबंध मंडल की बैठक में निर्णय लिया जाना है। प्रो. जेएसपी राय के समय अंतराल में पिछली बार 20 अगस्त को प्रबंध मंडल की बैठक प्रस्तावित थी लेकिन 19 अगस्त को यह बैठक रद्द कर दी गई थी। वह बताते हैं कि उन्होंने अपने समय अंतराल में तीन बैठकें आयोजित की थीं लेकिन उसके बाद अगस्त में प्रस्तावित बैठक को उनके न चाहते हुए भी रद कर दिया गया।
स्थानीय विधायक ने विधानसभा में उठाया था मामला :
यह बैठक न होने का मामला विधायक सतीश निगम ने सदन में उठाया था। इस पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने सदन के बाद बैठक कराए जाने के लिए प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा को निर्देश जारी किए थे। विधायक निगम ने बताया कि सदन खत्म हुए महीने भर से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन नहीं हुई।
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'प्रबंध मंडल की बैठक शासन के आदेश पर आयोजित की जाती है। आदेश मिलने के साथ ही बैठक आयोजित की जाएगी।'
प्रो. एके नागपाल, कार्यवाहक निदेशक एचबीटीआई
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बैठक में शामिल होने वाले कुछ प्रमुख मुद्दे :
1. कुलसचिव की नियुक्ति के संबंध में
2. डीन की नियुक्ति के संबंध में
3. स्टेप को एचबीटीआई में मर्ज करने के संबंध में
4. काशनमनी का इस्तेमाल संस्थान के आधारभूत सुविधाओं के संबंध में
5. स्टाफ की कमी से आउटसोर्सिग के जरिए कर्मचारी रखने के संबंध में।