मोनू पहाड़ी को एसटीएफ ने उठाया
कानपुर, जागरण संवाददाता: कानपुर समेत यूपी के कई जिलों में आतंक का पर्याय बने पचास हजार के इनामी अपराधी मोनू रशीद उर्फ मोनू पहाड़ी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने नौबस्ता के मछरिया इलाके से बुधवार सुबह उसको उठा लिया। एसटीएफ कानपुर और लखनऊ पुलिस की टीमें उसे शहर में किसी गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ कर रही हैं।
सुबह 11 बजे सफेद रंग की बोलेरो से पहुंची एसटीएफ की सात सदस्यीय टीम ने मोनू पहाड़ी को मछरिया की बरकाती मस्जिद के पास एक कबाड़ी के घर पर दबोच लिया। उस समय सिर्फ कबाड़ी और मोनू ही घर में थे। सूत्रों की मानें तो उस वक्त मोनू खाना खाने की तैयारी में था और पूरी तरह से निहत्था था। पकड़े जाने से दो घंटे पहले ही वह कानपुर में किसी कार्य से आया था। आज ही उसे शहर छोड़ना था पर उससे पहले ही उसके किसी राजदार ने एसटीएफ को सूचना दे दी। वहीं दूसरी तरफ यह भी कहा जा रहा है कि एसटीएफ लखनऊ से ही उसके पीछे लगी हुई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मोनू पहाड़ी ने काली, सफेद और लाल स्पॉट वाली हाफ टी शर्ट और स्काई ब्लू पैंट पहन रखी थी। उसे मछरिया से उठाने के बाद एसटीएफ सीधे पुलिस लाइन स्थित आफिस में लेकर पहुंची। यहां काफी देर तक अधिकारियों ने उससे कई वारदातों को लेकर पूछताछ की। इस बीच मीडिया को भनक लगी तो एसटीएफ टीम के सदस्य उसे दूसरे स्थान पर लेकर चले गए। बता दें कि चर्चित नेहा काड और शानू ओलंगा हत्याकाड में पुलिस को उसकी सरगर्मी से तलाश थी। कचहरी में दिनदहाड़े शानू ओलंगा को गोली मारने के बाद शासन ने उसके ऊपर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।