डायरी से खुलेंगे अधूरे राज
कानपुर, जागरण संवाददाता : ज्योति को पीयूष के प्रेम संबंधों की जानकारी शादी के दो दिन बाद ही हो गई थी। इससे वह परेशान रहती थी और अपने दुख को डायरी में शेयर किया करती थी। पुलिस ने ज्योति की दो डायरियों को जांच का हिस्सा बना लिया है।
गुरुवार देर शाम पुलिस ने ज्योति का कमरा खंगाला, जहां दो डायरियां हाथ लगीं। सूत्रों की मानें तो डायरी में ज्योति ने अपनी शादीशुदा जिंदगी के अहम राज लिखे हैं। डायरी के अनुसार 28 नवंबर 2012 को शादी के बाद वह पीयूष के साथी हनीमून के लिए स्विटजरलैंड गई थी। वहां पहले दिन तो सब ठीक रहा पर दूसरे दिन पीयूष जब उसके सामने ही गर्लफ्रैंड से बात करता रहा तो उसे बहुत बुरा लगा। डायरी में लिखा है कि शादी के पहले दिन वह खुश थी लेकिन दूसरे दिन रो रही थी और आप सो रहे थे। आप ने मुझे न तो चुप कराया न ही मेरी पीड़ा पूछी। मैं रोती रही और खुद ही चुप हो गई। शायद ईश्वर ने मुझे दुख सहन करने की ताकत दी है। ज्योति ने एक डायरी में लड़कियों के ऊपर एक कविता भी लिखी है जिसमें उसने लड़कियों को पिंजड़े में बंद चिडि़यों के समान बताया है। डायरी के पन्नों के अनुसार ज्योति कहती है कि लड़कियां ईश्वर की सबसे अच्छी कृति हैं बावजूद उनका जीवन सबसे दयनीय होता है। उनका बचपन ही सुनहरा होता है, किशोरावस्था में पहुंचते ही उन पर पाबंदियां लग जाती हैं। वह लिखती है कि उसका जीवन भी पिंजड़े से कम नहीं है।
फिर से कमरा खंगालेगी पुलिस
सूत्रों की मानें तो ज्योति के कमरे में अभी बहुत सुराग हैं जो इस हत्याकांड पर रोशनी डाल सकते हैं। ज्योति के कमरे की दो अलमारियों को अभी खोला जाना बाकी है। इनकी चाबियां हत्या में प्रयुक्त गाड़ी में हैं, चाबियां मिलने के बाद पुलिस दोबारा उसके कमरे की तलाशी लेगी।