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'पहले मुझे पीटना फिर गाड़ी छीन लेना'

By Edited By: Published: Fri, 01 Aug 2014 12:58 AM (IST)Updated: Fri, 01 Aug 2014 12:58 AM (IST)
'पहले मुझे पीटना फिर गाड़ी छीन लेना'

कानपुर, जागरण संवाददाता: पीयूष श्यामदसानी ने पत्‍‌नी की हत्या की साजिश बहुत ही शातिराना ढंग से रची थी। उसने हत्यारों से कहा था कि वह ज्योति को मारने के साथ घटना को लूट का रूप देने की कोशिश करें। यही नहीं अवधेश से यह भी कहा था कि मुझे पीटने के बाद गाड़ी छीनना। यह खुलासा हत्यारोपी सोनू ने पुलिस की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान किया।

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पीयूष को डर था कि कहीं ज्योति बच गई तो फिर उसका पूरा भांडा फूट जाएगा। यही कारण था कि वह घटना को लेकर शुरू से ही बहुत सतर्क था। जब 21 जुलाई को उसकी अवधेश से बात हुई तो पीयूष ने कहा था, ज्योति की हत्या अपहरण और लूट लगनी चाहिए। घटना वाले दिन वह अपने पर्स में 25 हजार रुपये लेकर आया था। रेस्टोरेंट से निकलने से पहले उसने अवधेश से कहा था कि जेब में 25 हजार रुपये हैं। दोस्तों से कहना कि वह मुझसे रुपये छीन लें और मारपीट करें, इसके बाद ही ज्योति को लेकर जाएं। यही नहीं उसने कहा था कि ज्योति महंगे जेवरात पहने है, उन्हें भी उतार लेना। ऐन वक्त पर जब पीयूष को अवधेश व उसके साथी दिखे तो उसने गाली देकर उन्हें ललकारा था। अवधेश और उसके साथी प्रोफेशनल नहीं थे इसलिए सीधे उसकी गाड़ी के सामने खड़े हो गए। हड़बड़ी में पीयूष भी गाड़ी से नीचे उतरा।

डर के कारण नहीं ले गए जेवर

ज्योति की हत्या के बाद सोनू व रेनू तो आशीष की बाइक पर बैठकर चले गए लेकिन अवधेश गाड़ी में ही रहा। उसने ज्योति के हाथों से अंगूठियां और कान में पहने कुंडल नोच लिये लेकिन हड़बड़ी में ज्योति का मोबाइल गाड़ी में ही छूट गया। अवधेश गाड़ी को सड़क किनारे पार्क करने के बाद पनकी रोड स्थित भाटिया होटल के पास गया। यहां कुछ देर तक बैठा कुछ सोचता रहा। उसकी हिम्मत जेवर को साथ ले जाने की नहीं हुई तो वहीं पड़े बिजली के पोल के बीच में सभी जेवर छिपा दिए। एकार्ड गाड़ी की चाबी भी उसने वहीं फेंक दी। वहां से आटो कर वह अपने घर पर आ गया।

ज्योति ने पकड़े थे बाल व कॉलर

जब पीयूष गाड़ी से नीचे उतरने लगा तो ज्योति को आभास हो गया था कि अब वह नहीं बचेगी। इसलिए उसने पीयूष से कहा था कि मुझे छोड़कर कहां जा रहे हो। पीयूष कुछ नहीं बोला तो ज्योति ने उसकी टीशर्ट का कॉलर पकड़ बाहर आने की कोशिश की। पीयूष ने खुद को छुड़ाने का प्रयास किया तो उसकी शर्ट के बटन टूट गए। यही नहीं ज्योति के हाथ में पीयूष के बाल भी आ गए थे लेकिन पीयूष बाहर निकल गया। इस बीच अवधेश ने गाड़ी की ड्राइविंग सीट संभाली, सोनू और रेनू अंदर बैठे और गाड़ी आगे बढ़ गई। पुलिस की मानें तो ज्योति से खींचतान में ही पीयूष की शर्ट के बटन टूट गए थे, जिसे बदलने के लिए वह घर गया। यही नहीं ज्योति के हाथों में जो बाल मिले हैं वह भी पीयूष के होने की आशंका है। पुलिस ने इन बालों को फोरेंसिक लैब में टेस्ट कराने के लिए भेजा है।


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