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ज्योति मर रही थी, पीयूष मोबाइल पर सुन रहा था चीखें

By Edited By: Published: Thu, 31 Jul 2014 07:53 PM (IST)Updated: Thu, 31 Jul 2014 07:53 PM (IST)
ज्योति मर रही थी, पीयूष मोबाइल पर सुन रहा था चीखें

कानपुर, जागरण संवाददाता: रविवार रात जब हत्यारे ज्योति को चाकुओं से गोद रहे थे। उस समय उसका पति पीयूष लगातार हत्यारों के संपर्क में था। पत्‍‌नी के मोबाइल पर वह ज्योति की अंतिम चीखें सुन रहा था। ज्योति का काम तमाम होने के बाद हत्यारोपी रेनू ने उससे कहा कि काम हो गया है, इसके बाद पीयूष थाने में पत्‍‌नी के गायब होने की सूचना देने पहुंचा था। इससे पहले छीना झपटी में फटी शर्ट को बदलने के लिए वह इत्मीनान से घर गया। गुरुवार को हत्याकांड में शामिल सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया। दूसरी ओर रिमांड के लिए कोर्ट में पेशी के दौरान पीयूष की वकीलों ने पिटाई कर दी। पुलिस को पीयूष का एक दिन का रिमांड मिला है। अब उससे आगे की पूछताछ होगी।

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दो जुलाई को बनी थी हत्या की साजिश

गुरुवार को पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान एसएसपी केएस इमैनुएल ने हत्याकांड के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि हत्याकांड की साजिश दो जुलाई को रची गई थी। मनीषा का पूर्व ड्राइवर अवधेश, पीयूष और मनीषा के प्रेम प्रसंग के बारे में बखूबी जानता था। मनीष की सलाह पर ही उसने दो जुलाई को अवधेश से अपनी पत्‍‌नी की हत्या के संबंध में बात की थी। पीयूष ने अवधेश से कहा कि ज्योति को खत्म कर दो। पचास हजार रुपये दूंगा, और फंसने भी नहीं दूंगा। इसके बाद अवधेश काम करने के लिए तैयार हो गया। पीयूष ने उसे उसी समय 20 हजार रुपये पेशगी में दे दिए। दो दिन बाद दस हजार रुपये और दिए थे।

20 जुलाई का प्लान फेल हुआ, पीयूष ने हड़काया

पीयूष से सुपारी लेने के बाद अवधेश ने अपने दोस्त सोनू और रेनू को इस काम के लिए राजी किया और उन्हें भी दस दस हजार रुपये दिए। तय हुआ कि पीयूष ज्योति को 20 जुलाई को गंगा बैराज पर लेकर आएगा और यहां ज्योति की गला दबाकर हत्या कर दी जाएगी। पीयूष ज्योति को लेकर समय पर पहुंच गया। अवधेश भी पहुंचा लेकिन उसी समय बारिश होने लगी और सोनू तथा रेनू से पहुंचे। काफी देर तक इंतजार करने के बाद पीयूष लौट आया। 21 जुलाई को पीयूष अवधेश से मिला उसे फिर जमकर हड़काया और पैसे वापस मांगे। अवधेश ने एक मौका मांगा और कहा कि अगली बार वह ज्योति को हर हाल में मार देगा। इस बार रणनीति बनी कि ज्योति को चाकू से गला काटकर मारा जाएगा। फिर अवधेश और पीयूष रावतपुर क्रासिंग के पास बिग बाजार में गये। पीयूष बाहर बैठा रहा और अवधेश बाजार से शील्ड कंपनी के दो चाकू खरीद लाया। दो दिन बाद दोबारा अवधेश सोनू के साथ बिग बाजार गया और फिर से दो चाकू खरीदे। पुलिस ने दोनों की वीडियो फुटेज निकाल ली हैं।

चलती गाड़ी में ज्योति को चाकू से गोदा

27 जुलाई को घर से निकलने से पहले पीयूष ने अवधेश को फोन पर पूरी योजना के बारे में समझाया। तय रणनीति के अनुसार अवधेश वारंडा होटल के पास पहुंच गया। रात्रि में दस बजे के करीब पीयूष होटल से नीचे उतरा और पार्किंग में अवधेश से मिला। कहा कि रास्ते में मिलना वहीं गाड़ी हैंडओवर कर दूंगा। अवधेश ने बीयर पीने के लिए रुपये मांगे तो पीयूष ने उसे पांच सौ रुपये का नोट दिया। इसके बाद अवधेश अपने दोस्त सोनू और रेनू के साथ रावतपुर आया जहां पहले बीयर पी फिर मैगी बनवाकर खायी। रात्रि साढ़े ग्यारह बजे के करीब तीनों पैदल एचबीटीआई की तरफ चल दिए। दूसरी ओर से पीयूष पत्‍‌नी ज्योति के साथ आ रहा था। तीनों को सामने से आता देख उसने गाड़ी रोकी और गाली दी। इशारा समझते ही तीनों हत्यारोपी गाड़ी के करीब आ गए। पीयूष ने गेट खोला और नीचे उतरने लगा। ज्योति ने विरोध किया लेकिन इससे पहले अवधेश ने ड्राइविंग सीट संभाल ली। सोनू और रेनू पीछे गाड़ी में बैठ गये। पीयूष ने इशारा किया और अवधेश ने गाड़ी आगे बढ़ा दी। सोनू ने आगे बैठी ज्योति को हाथ पकड़कर पीछे की सीट पर खींच लिया उसने मुंह दबाया और रेनू ने चाकू से गोदना शुरू कर दिया। रावतपुर से गुरुदेव के बीच उसने ज्योति पर कई वार किए। इस बीच पीयूष ने पत्‍‌नी के मोबाइल पर फोन मिलाया, सोनू ने रिसीव करके गाड़ी में डाल दिया। ज्योति की चीखें पीयूष को जब तक सुनाई देती रहीं वह फोन कान से लगाए रहा। अंत में सोनू ने कहा कि काम हो गया है, तो पीयूष ने फोन काट दिया। इस बीच अवधेश ने फोन करके अपने एक साथी आशीष को बुलाया वह बाइक से आया और गाड़ी के पीछे चलता रहा। हत्या के बाद तीनों गाड़ी को दौड़ाते रहे। हत्या को लूट का रूप देने के लिए पनकी में सड़क किनारे गाड़ी को खड़ा करने के बाद अवधेश ने ज्योति के कान के कुंडल और अंगूठी उतार लीं। उन्हें सड़क किनारे एक पोल के पास फेंकने के बाद अपने चौथे साथी आशीष की बाइक पर बैठकर सोनू तथा रेनू वहां से वापस लौट आए। जबकि अवधेश दूसरे वाहन से अपने घर चला गया। एसएसपी ने बताया कि हत्यारोपियों से लूटे गए कुंडल, अंगूठी बरामद हो गई हैं। जिस रूमाल से सोनू ने खून पोंछा था वह भी मिला है। हत्या में प्रयुक्त चाकू की तलाश की जा रही है। सभी हत्यारोपियों को जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि पीयूष को कोर्ट से एक दिन के लिए रिमांड पर लिया गया है, उससे आगे की पूछताछ होगी।


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