बरेली से जुड़ा सेंट्रल स्टेशन
जमीर सिद्दीकी, कानपुर :
लोकसभा चुनाव से पहले शहरवासियों के लिए खुशखबरी। अब बरेली जाने के लिए खटारा बसों व लखनऊ के रास्ते ट्रेनों के भरोसे नहीं रहना पडे़गा। सेंट्रल स्टेशन को सीधे बरेली से जोड़ दिया गया है। बरेली तक पहले छोटी रेलवे लाइन थी जिसे हटाकर बड़ी लाइन बिछा दी गयी है। अगले माह से बरेली की ट्रेनें फर्रुखाबाद, कासगंज होते हुए चलाने की तैयारी हैं।
कानपुर से बरेली तक अमान परिवर्तन का काम वर्ष 2004 में शुरू हुआ था। प्रथम चरण में सेंट्रल स्टेशन से फर्रुखाबाद तक बड़ी लाइन बिछायी गयी। दूसरे चरण में फर्रुखाबाद से कासगंज, तीसरे चरण में कासगंज से बदायूं और अब चौथे चरण में बदायूं से बरेली और इज्जत नगर रेलवे स्टेशन तक बड़ी लाइन बिछा दी गयी है।
रोज दौड़ेंगी 100 ट्रेनें
फर्रुखाबाद रेल मार्ग बरेली से जुड़ने के बाद इस ट्रैक पर ट्रेनों की संख्या प्रतिदिन सौ तक हो जाएगी। सेंट्रल स्टेशन से फर्रुखाबाद, कासगंज, मथुरा, बरेली, काठगोदाम, जम्मू रेलवे ट्रैक जुड़ गये हैं।
चौरीचौरा और इंटरसिटी का
होगा फर्रुखाबाद तक विस्तार
अनवरगंज तक ट्रैक विद्युतीकरण हो चुका है। कल्याणपुर तक मेमू चलाने के लिए ट्रैक विद्युतीकरण पूरा होने वाला है। इसे देखते हुए गोरखपुर से अनवरगंज तक चलने वाली चौरीचौरा एक्सप्रेस व प्रतापगढ़ इंटरसिटी को फर्रुखाबाद तक बढ़ाने का प्रस्ताव है।
-------------------
कासगंज से बरेली तक आमान परिवर्तन कार्य पूरा हो गया है, जहां व्यस्तम रेलवे क्रासिंग हैं, वहां सर्वे कर ब्रिज बनाने जाने की सिफारिश रेलवे बोर्ड से की जाएगी।
राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल
--------------------
इनसेट.........
..लेकिन शहर के लिए
होगी बड़ी मुश्किल
बरेली से सेंट्रल स्टेशन जुड़ने के बाद फर्रुखाबाद रेल मार्ग पर ट्रेनों की संख्या बढ़ने से शहर दो भागों में बंट जाएगा। जाम की समस्या और विकट हो जाएगी। अभी फर्रुखाबाद ट्रैक पर 22 यात्री ट्रेनें और 20 से अधिक मालगाड़ियां रोज दौड़ती हैं। इनसे जीटी रोड के समानांतर बिछे ट्रैक पर क्रासिंगों के गेट बंद होने से भीषण जाम लगता है। बरेली से ट्रैक जुड़ने के कारण जरीब चौकी, गुमटी, कोकाकोला, गीतानगर, कल्याणपुर रेलवे क्रासिंग के गेट जल्दी खुल नहीं पायेंगे और शहरी यातायात का बंटाधार हो जाएगा।