सपा के गढ़ में सिर्फ एक बार जीती बसपा
जागरण संवाददाता, कन्नौज : सपाई गढ़ कन्नौज में अब तक बहुजन समाज पार्टी सिर्फ एक सीट पर एक बार जीत हास
जागरण संवाददाता, कन्नौज : सपाई गढ़ कन्नौज में अब तक बहुजन समाज पार्टी सिर्फ एक सीट पर एक बार जीत हासिल कर पाई है। बाकी सीटों पर कभी दूसरे तो कभी तीसरे नंबर की पार्टी रही है। वहीं, जिले की एकमात्र सुरक्षित सीट कन्नौज सदर में अब तक बसपा का खाता नहीं खुल सका है। बसपाई उम्मीदवार घोषित हो चुके हैं। चौखट-चौखट दस्तक दे रहे हैं लेकिन ऊंट किस करवट बैठेगा यह वक्त तय करेगा।
कन्नौज सदर सुरक्षित क्षेत्र
इस सीट पर नजर डालें तो 1985 में यहां पहली बार बिहारीलाल कांग्रेस पार्टी से चुनाव जीते थे। इसके बाद 1989 में जनता दल से कल्यान ¨सह दोहरे चुने गए। भाजपा के बनवारीलाल दोहरे 1991 से 1996 तक लगातार तीन बार विधायक बने। इसके बाद 2002 में सपा से कल्यान ¨सह दोहरे फिर चुने गए। 2007 व 2012 में यहां सपा के अनिल दोहरे चुनाव जीते हैं। इस सीट पर बसपा 2002 में तीसरे, 2007 में दूसरे व 2012 में दूसरे स्थान पर रही है।
तिर्वा विधानसभा क्षेत्र
पहले यह सीट उमर्दा के नाम से जानी जाती थी। यहां 1962 व 67 में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के होरीलाल यादव चुनाव जीते। 1969 में कांग्रेस के रामरतन पांडेय, 1974 में जनसंघ से धर्मपाल ¨सह, 1977 में जेएनपी से रामबक्स वर्मा, 1980 में कांग्रेस के कुंवर योगेंद्र ¨सह, 1985 में जनता दल से रामनंदनी वर्मा, 1991 व 1993 में जनता पार्टी व सपा से अर¨वद प्रताप ¨सह, 1996 में भाजपा से कैलाश राजपूत, 2002 में सपा से विजय बहादुर पाल, 2007 में बसपा से कैलाश राजपूत व 2012 में सपा के विजय बहादुर पाल फिर से जीते। यहां 2002 में बसपा दूसरे व 2012 में दूसरे नंबर पर रही।
छिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र
इस सीट पर सबसे पहली बार कांग्रेस के मथुरा प्रसाद त्रिपाठी चुनाव जीते थे। इसके बाद 1962 में पीएसपी के कोतवाल ¨सह भदौरिया, 1967 में जनसंघ से राम प्रकाश त्रिपाठी, 1969 में कांग्रेस के जागेश्वर दयाल, 1974 में भाजपा से राम प्रकाश त्रिपाठी, 1977 में जनता पार्टी से वंश गोपाल, 1980 में जेएनपी से राधेश्याम वर्मा, 1985 में कांग्रेस के संतोष चतुर्वेदी, 1989 व 1991 में जनता दल से कप्तान ¨सह यादव, 1993 में भाजपा से फिर राम प्रकाश त्रिपाठी, 1996 में सपा से छोटे ¨सह यादव, 2002 में भाजपा से राम प्रकाश त्रिपाठी, 2007 व 2012 में सपा से अर¨वद ¨सह यादव चुनाव जीते रहे हैं। यहां 2002 में बसपा तीसरे, 2007 में दूसरे व 2012 में दूसरे नंबर पर रही है।